Toothache is Sign of Heart Attack: दांत में दर्द को सबसे बुरा माना जाता है. यह अचानक और काफी तेज होता है, जिसे सहना बहुत मुश्किल होता है. अगर वक्त रहते इसकी दवा न ली जाए तो दर्द के मारे थोड़ी देर सहना भी मुश्किल हो जाता है. अधिकतर समय लोग दांत दर्द को दांतों से जुड़ी सामान्य समस्या मान बैठते हैं लेकिन हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि यह सोच सही नहीं है. उनके मुताबिक कई बार दांतों में तेज दर्द उठना निकट भविष्य़ में होने वाले हार्ट अटैक समेत शरीर में पनप रही गंभीर समस्याओं की चेतावनी भी होती है. ऐसे में उन्हें गलती से भी इग्नोर नहीं करना चाहिए वरना जान के लिए बड़ा खतरा भी हो सकता है.
महामारी बन रहे हार्ट अटैक के मामले
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक, देश में हार्ट अटैक के मामले तेजी से महामारी की तरह बढ़ रहे हैं. मौजूदा आंकड़ों की बात करें तो भारत में हर साल करीब 28 लाख लोग हार्ट से जुड़ी बीमारियों की वजह से मर जाते हैं. केवल शहरी ही नहीं बल्कि गांवों में भी हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां तक कि अब छोटे बच्चे भी इस बीमारी का शिकार होने लगे हैं. ऐसे में हम वक्त रहते इस बीमारी के लक्षणों की पहचान कर लेना बहुत जरूरी है वरना छोटी सी लापरवाही जिंदगीभर के पछतावे की वजह बन सकती है.
दांतों में दर्द को न करें इग्नोर
डॉक्टरों के मुताबिक, हार्ट अटैक आने से पहले शरीर कई तरह से रिएक्ट कर संकेत देता है. हमें वक्त रहते उन संकेतों की पहचान और तुरंत इलाज करवाना बेहद जरूरी होता है. ऐसा न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. ऐसा ही एक संकेत होता है दांतों में अचानक तेज दर्द उठना.
हार्ट अटैक का होता संकेत
हेल्थ एक्सपर्टों का कहना है कि अगर आपके बायें जबड़े में अचानक तेज दर्द उठता है या आपको साइनस की समस्या हो. साथ ही सांस फूलने, सीने में दबाव महसूस होने और बायें हाथ में झनझनाहट होने लगे. बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द होने लगे. तेज पसीना आने लगे और मितली की शिकायत होने लगे तो तुरंत अलर्ट हो जाएं. दांत दर्द से शुरू हुए ये सब लक्षण हार्ट अटैक के संकेत होते हैं. ऐसे में बिना देरी किए डॉक्टर से तुरंत संपर्क कर लेना चाहिए, जिससे वह आपका इलाज शुरू कर सकें.
हार्ट अटैक आने पर क्या करें?
हार्ट अटैक के संकेत दिखने पर तुरंत नजदीकी हार्ट हॉस्पिटल की एंबुलेंस को कॉल करना चाहिए. अगर एंबुलेंस न आ सके तो अपनी गाड़ी के जरिए तुरंत अस्पताल की ओर भागना चाहिए. अस्पताल पहुंचने तक मरीज को सीपीआर देकर सांस की सप्लाई बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए. अस्पताल पहुंचने पर मरीज की इमरजेंसी एंजियोग्राफी करके उसका इलाज शुरू किया जाता है. इसमें हार्ट में स्टेंट डालने या बायपास सर्जरी का फैसला किया जाता है.
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
डॉक्टरों के मुताबिक, हार्ट अटैक की आशंका से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ जीवनशैली जीनी चाहिए. इसके लिए संतुलित भोजन और प्रतिदिन व्यायाम करना बहुत जरूरी होता है. तनाव कम करें. रोजाना 7-8 घंटे की भरपूर नींद लें. योग-ध्यान करें. अपने कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच करवाएं. दांतों की देखभाल करें. हर 6 महीने में दांतों का चेक अप करवाएं. अपने बीपी को कंट्रोल में रखें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.