[ad_1]

Benefits Of Curd Or Buttermilk: गर्मियों में आप भोजन करके उठें और एक ग्लास ठंडा छाछ या फिर दही खाने को मिल जाए, तो बात ही कुछ और है. भारत में दही और छाछ का सेवन अधिक होता है. दरअसल, ये दोनों ही शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं. लेकिन आपको बता दें, छाछ दही से ही बनता है, जो गर्मियों में शरीर को कूल रखता है. कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
आयुर्वेद के अनुसार, छाछ पचने में हल्का होता है. लेकिन दही खाने के बाद आपने गौर किया होगा कि पेट भारी हो जाता है. वहीं शरीर पर दही गर्म प्रभाव डालता है. जबकि छाछ की तासीर ठंडी होती है. अगर आप भी दही और छाछ को लेकर कंफ्यूज रहते हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं इन दोनों में से किसका सेवन गर्मियों में सही माना जाता है. दही या छाछ में कौन ज्यादा बेहतर?
1. आपको बता दें, दही और छाछ दोनों ही प्रोबायोटिक्स हैं. ये आंत में गुड बैक्टीरिया को को जन्म देते हैं. लेकिन डाइजेशन के लिहाज से छाछ ज्यादा बेहतर होता है. छाछ विटामिन और खनिजों का अच्छा सोर्स होता है. ये अत्यधिक गर्मी में भी हमारे शरीर को ठंडा रखने का काम करता है. वहीं इसे पीने से शरीर का तापमान कम रखता है. छाछ के सेवन से पाचन में भी काफी सुधार होता है. आप छाछ को जीरा पाउडर, नमक, हींग और जिंजर के साथ पी सकते हैं.
2. अगर किसी व्यक्ति की पाचन अग्नि तेज और सही है, तो आप दही का सेवन करें. इससे आपका बढ़ने में मदद मिलेगी. वेट गेन करने वाले लोगों के लिए अतिरिक्त मात्रा में पानी और कम दही के सेवन की सलाह दी जाती है. 
3. आपको बता दें, दही की तासीर गर्म होती है, जबकि छाछ दही से ही बनता है. लेकिन इसकी प्रक्रिया थोड़ी अलग होती है. वहीं इसका फॉर्मूलेशन इसे ठंडा बनाता है. इसलिए, गर्मियों में दही का सेवन कम और छाछ का सेवन अधिक करना चाहिए. इसके लिए आप मसालेदार छाछ का ऑप्शन बेस्ट होता है. 
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

[ad_2]

Source link