Uttar Pradesh

Cultivation of dragon fruit will prove to be a boon for the farmers struggling with financial crisis – News18 हिंदी



आशीष त्यागी/बागपतः कुछ किसान खेती कर अपनी ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाते, ऐसे किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है, लेकिन ऐसे किसानों के लिए अब ड्रैगन फ्रूट्स की खेती वरदान साबित हो सकती है. ड्रैगन फ्रूट्स की खेती से किसान एक एकड़ जमीन पर सालाना 6 लाख रुपए की कमाई कर सकता है. कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक ने इस पूरे मामले में विस्तृत जानकारी दी है.

कृषि विज्ञान केंद्र खेकड़ा के उद्यान वैज्ञानिक अमित चौधरी ने बताया कि छोटे सीमित जमीन वाले किसान ड्रैगन फ्रूट्स की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. यह बंजर जमीन पर भी आसानी से की जा सकती है. इस खेती में ना तो आवारा पशुओं से कोई नुकसान होता है और कम पानी खर्च कर इस फसल को उगाया जा सकता है. बागपत के किसान भी इस खेती की तरफ अपना ध्यान केंद्रित करें तो वह आगे बढ़ सकते हैं. बागपत में करीब तीन किसानों ने इस खेती को करना प्रारंभ किया है. कृषि विज्ञान केंद्र में किसानों को थ्योरिकल और प्रैक्टिकल ड्रैगन फ्रूट्स की खेती की जानकारी देने के लिए दो बीघा ड्रैगन फ्रूट्स की खेती उगाई जा रही है.

एक बार बुवाई कर 25 साल तक होगी कमाईवैज्ञानिक अमित चौधरी ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट्स की खेती को एक बार लगाकर 25 साल तक इससे मुनाफा कमाया जा सकता है. 25 साल में सिर्फ एक बार इसकी बुवाई की जाती है और आसान देखभाल के साथ इससे अच्छी आमदनी की जा सकती है. प्रत्येक वर्ष इसका पौधा बढ़ता है और फसल भी अधिक देता है. कम पानी खर्च कर इस फसल को उगाया जाता है. कटीला होने की वजह से आवारा पशुओं से भी इस फसल को कोई नुकसान नहीं होता. यह फसल किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है और किसानों को अग्रसर होकर इस फसल को उगाना चाहिए.

ड्रैगन फ्रूट्स की मार्केट में है अच्छी डिमांडड्रैगन फ्रूट्स की खेती कर किसान अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं. ड्रैगन फ्रूट्स की मार्केट में काफी अच्छी डिमांड है और 150 रुपए किलो से लेकर ₹200 किलो तक ड्रैगन फ्रूट्स बिकता है. यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है, जिससे इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है.

कैसे होती है ड्रैगन फ्रूट्स की खेतीड्रैगन फ्रूट्स का पौधा 4 से 5 फीट की दूरी पर लगाया जाता है. इस पौधे के समीप एक खंबा या एक बांस बल्ली लगानी होती है. जिसके सहारे से यह पेड़ ऊपर की तरफ बढ़ना शुरू करता है. इस पेड़ में कोई भी बीमारी नहीं आती और लगभग 16 महीने बाद यह फल देना प्रारंभ करता है और हर साल इसका फल देने का एवरेज बढ़ता जाता है.
.Tags: Baghpat news, Kisan, Local18FIRST PUBLISHED : November 17, 2023, 21:40 IST



Source link

You Missed

authorimg
Uttar PradeshSep 17, 2025

पति खोया, सहारा टूटा… लेकिन नहीं मानी हार, अपने हौसले से रची नई जिंदगी, गांव की हर महिला के लिए प्रियंका बनीं प्रेरणा

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक महिला की कहानी है जिसने हार नहीं मानी और समाज के…

Lanka Dinakar Reviews Tourism Potential in West Prakasam District
Top StoriesSep 17, 2025

लंका दिनकर ने पश्चिम प्रकासम जिले के पर्यटन संभावनाओं की समीक्षा की

नेल्लोर: ट्वेंटी पॉइंट प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन कमिटी के चेयरमैन लंका दिनकर ने मंगलवार को पश्चिम प्रकाशम जिले के पर्यटन…

Scroll to Top