पिछले कुछ हफ्तों में भारत सहित पूरे एशिया में कोविड-19 के मामलों में फिर से इजाफा देखने को मिला है. 2019 से शुरू हुए इस जानलेवा वायरस का आतंक फिर से सिर उठाता नजर आ रहा है. खासकर सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड और चीन जैसे देशों में संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, भारत में भी 19 मई 2025 तक कुल 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं.
इसमें सबसे ज्यादा केस केरल (69), महाराष्ट्र (44) और तमिलनाडु (34) में सामने आए हैं. दिल्ली में 3 एक्टिव केस हैं. वहीं कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और सिक्किम में भी कुछ नए मामले मिले हैं. इस बार संक्रमण की मुख्य वजह JN.1 वेरिएंट और उसके सब-वेरिएंट्स LF.7 और NB.1.8 माने जा रहे हैं.
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इम्यूनिटी कमजोर करके शरीर में घूस रहा वायरस
ये सभी ओमिक्रॉन परिवार के सदस्य हैं और इनमें तेजी से फैलने की क्षमता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को दिसंबर 2023 में “वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” घोषित किया था. यह वेरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में मिला था और इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जिससे यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्षम है.
तेजी से फैलता है ये वेरिएंट
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि JN.1 वेरिएंट ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं फैला रहा, लेकिन इसकी ट्रांसमिसिबिलिटी यानी फैलने की क्षमता काफी ज्यादा है. सिंगापुर, हांगकांग और थाईलैंड में LF.7 और NB.1.8 सब-वेरिएंट्स सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं, जो JN.1 से ही संबंधित हैं.
JN.1 के लक्षण
जेएन.1 से संक्रमित मरीजों में ग्रसनीशोथ, बुखार, राइनोरिया या नाक बंद होना, लगातार सूखी खांसी, थकान, सिरदर्द, स्वाद न आना, स्मेल न आना, मांसपेशियों में दर्द, आंख आना, दस्त और उल्टी जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं.
एक्सपर्ट की राय
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों ने कोविड के नए वेरिएंट से लोगों को सतर्क रहने और बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी है. खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है.
बचाव के उपाय
कोविड इंफेक्शन से बचने के लिए खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को रूमाल या टिशू रखें. हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं. बुखार, खांसी या जुकाम होने पर सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें. पर्याप्त नींद लें. टिशू पेपर का दोबारा इस्तेमाल न करें. और हाथ मिलाने से बचें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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