कोविड-19 के मामलों का ग्राफ हर 24 घंटे में बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. 10 दिन पहले जहां 100 केस देशभर से आ रहे थे, अब ये संख्या बढ़कर लगभग 600 हो गयी है. अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा जा चुका है.
डॉक्टरों का कहना है कि इस बार कोविड को पहचानना मुश्किल हो रहा है. क्योंकि लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. हालांकि JN.1 के म्यूटेशन वाले वेरिएंट के लक्षण मामूली हैं, लेकिन सावधानी जरूरी है. यह एक अहम कारण है कि संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. तो क्या कोविड-19 के इस नए वेरिएंट से लॉकडाउन की स्थिति वापस आ सकती है?
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कोविड लक्षणों को कर रहे इग्नोर
सीएमआरआई अस्पताल के पल्मोनोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. राजा धर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि लक्षण हल्के जरूर हैं, लेकिन ये भ्रमित करने वाले हैं. कई लोग तब तक डॉक्टर के पास नहीं आते जब तक बुखार कई दिन तक बना न रहे. उन्होंने बताया कि अगर कोई कोविड पॉजिटिव है, तो उसे दूसरों से अलग रहना जरूरी है, खासकर बुजुर्गों को सुरक्षित रखने के लिए. अगर बुखार चार-पांच दिनों से ज्यादा बना रहे, खासकर बुजुर्गों में, तो अस्पताल में भर्ती होने पर विचार करना चाहिए.
कैसे करें कोविड इंफेक्शन की पहचान
हल्का बुखारहल्की खांसी सामान्य फ्लू उल्टीथकानमांसपेशियों में दर्द
पॉजिटिव आने पर 5 दिन रहे आइसोलेट
डॉ. धर की सलाह है कि अगर कोई पॉजिटिव आए तो कम से कम पांच दिन आइसोलेशन में रहें और लक्षणों को कम करने वाली दवाएं लें. उन्होंने कहा कि हल्का कोविड भी दिल या फेफड़ों से जुड़ी पुरानी बीमारियों वाले मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है.
कब तक जारी रहेगा कोविड का कहर
हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि यह लहर कुछ और हफ्तों तक जारी रह सकती है. लेकिन ऐसा तभी मुमकिन है जब लोग इसके लक्षणों को हल्के में ना लें और जरूरी सावधानी बरतें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.