भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है. मई के आखिरी हफ्ते में देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है. महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों से सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. वहीं दिल्ली और गुजरात में भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इन सबके बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के दो नए वैरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है.
WHO ने NB.1.8.1 को “वैरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग” की श्रेणी में रखा है, जिसका मतलब है कि इस वैरिएंट पर अब विशेष नजर रखने की जरूरत है. हालांकि अभी तक इसे गंभीर या जानलेवा नहीं माना गया है, लेकिन इसकी तेजी से फैलने की क्षमता जरूर चिंता का विषय बन चुकी है.
नए वैरिएंट्स और नए लक्षणविशेषज्ञों के अनुसार, NB.1.8.1 और LF.7 दोनों ही ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स हैं और इनमें कुछ नए म्यूटेशन पाए गए हैं जो इन्हें ज्यादा संक्रामक बना रहे हैं. पुणे के एक अस्पताल में क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट डॉ. उपेंद्र सिंह ने बताया कि इन वैरिएंट्स से संक्रमित मरीजों में कुछ नए और चौंकाने वाले लक्षण देखे जा रहे हैं. डॉ. उपेंद्र के अनुसार, इस बार मरीजों को लगातार खांसी, गले में तेज खराश, सिरदर्द, थकान, भूख न लगना और पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे दस्त और उल्टी की शिकायत हो रही है. हालांकि सांस लेने में तकलीफ या ऑक्सीजन की कमी जैसे गंभीर लक्षण फिलहाल नहीं देखे जा रहे हैं.
क्या करें आम लोग?डॉक्टरों का कहना है कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है. अगर किसी को हल्की खांसी, गले में खराश या अचानक थकान महसूस हो रही है, तो टेस्ट जरूर कराएं और खुद को आइसोलेट करें. साथ ही मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ से बचना पहले की तरह ही जरूरी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
Tharoor says neither Congress nor Lalu reached out during Bihar campaign, calls for review of defeat
Tharoor said the results would be analysed thoroughly. “I was not there and I was not invited to…

