Corona Outbreak: दुनियाभर में एक बार फिर कोरोना से डर का माहौल बढ़ गया है. थाईलैंड-सिंगापुर जैसे साउथ ईस्ट एशियाई देशों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. भारत में भी कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. ‘TOI’की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्वास्थय अधिकारी कई राज्यों में कोरोना के मामलों में वृद्धि पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. भले ही पहले की लहरों के मुकाबले कुल राष्ट्रीय संख्या कम है, लेकिन चेन्नई, मुंबई और अहमदाबाद जैसे शहरों में इसके मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है.
कोरोना के बढ़ रहे मामले ‘TOI’की रिपोर्ट के मुताबिक अकेले मुंबई में अबतक कोरोना के 95 मामले सामने आ चुके हैं. स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक यह हैरानी का विषय है क्योंकि महाराष्ट्र में जनवरी से केवल 106 मामले दर्ज किए गए हैं. कम से कम 16 कोरोना संक्रमित वर्तमान में अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं कुछ मरीजों को आगे के संक्रमण को रोकने के लिए KEM अस्पताल से सेवन हिल्स हॉस्पिटल में ट्रांसफर किया जा रहा है. प्राधिकारियों की ओर से सांस से जुड़ी परेशानी और इंफ्लूएंजा के मरीजों का भी कोरोना टेस्ट शुरू कर दिया है.
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क्यों बढ़ रहे कोरोना के मामले? ‘TOI’की रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में कोरोनावायरस के मामलों में हो रही बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण इसके सबवेरिएंट्स की बढ़ती संक्रामकता और जनसंख्या में धीरे-धीरे कम होती होती इम्यूनिटी है. वहीं आधे से ज्यादा लोग पहले इंफेक्शन और वैक्सीनेशन के जरिए वायरस के संपर्क में आ चुके हैं. उस इम्यूनिटी से सुरक्षा समय के साथ कम होती जा रही है.
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भारत में कोविड सिंगापुर ने 3 मई 2025 को वीकेंड के दौरान कोरोना संक्रमण में 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी. वहीं हांगकांग ने भी पॉजिटिव टेस्ट में तेजी से वृद्धि को अनुभव किया, जो 4 हफ्तों में 6.21 प्रतिशत से बढ़कर 13.66 प्रतिशत हो गया था. यह नए वेरिएंट के तेजी से फैलने का संकेत है. विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ते कोविड संक्रमण के पीछे घटती इम्युनिटी, पहले के वैक्सीनेशन की कम प्रभावशीलता, सेफ्टी प्रोटोकॉल्स में छूट और सामाजिक संपर्क में वृद्धि को कारण बताया है. भारत में फिलहाल ज्यादातर मामले हल्के हैं. अभी तर इससे मौत या ICU का मामला दर्ज नहीं किया गया है.