कोविड-19 की यह नई लहर दो नए वेरिएंट, एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 के कारण आई है, जो ओमिक्रॉन जेएन.1 वेरिएंट के म्यूटेशन हैं. हालांकि इसे डब्लूएचओ ने कम घातक बताया है, लेकिन इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि इसके संक्रमण से अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है.
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साझा किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में 3,961 सक्रिय कोविड मामले हैं. 1 जनवरी, 2025 से अब तक कई राज्यों में मौतों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है. वहीं, इस बीच पिछले 24 घंटों में 2,188 मरीज ठीक होकर घर भी गए हैं, जो इसके संक्रमण दर में सुधार को दर्शाता है. ऐसे में इसके लक्षणों को बिल्कुल भी हल्के में लेने की गलती न करें.
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कितना खतरनाक कोविड-19 का नया वेरिएंट
जेएन.1 वेरिएंट के म्यूटेशन वाले नए वेरिएंट एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 बहुत तेजी से फैलते हैं. हालांकि, इसे कम जानलेवा बताया जा रहा है. लेकिन इसे मामूली समझना घातक साबित हो सकता है.
नए वेरिएंट का ये लक्षण नया
कोविड-19 की फिर से शुरू हुई इस लहर में संक्रमण होने पर लक्षण सिर्फ फेफड़ों तक सीमित नहीं है. वायरस अब आंतों में घुसकर हमला कर रहे हैं. जिसके कारण पेट में दर्द, मरोड़ और उल्टी जैसी समस्याएं हो रही है. हालांकि गर्मी के दिनों में पेट से जुड़ी समस्याएं ज्यादा आम हो जाती है, लेकिन यदि यह लक्षण 2-3 दिन तक लगातार बने रहे तो डॉक्टर से तुरंत चेकअप कराएं.
कोविड-19 के इन संकेतों पर भी रखें नजर
कोविड-19 का ही वेरिएंट होने का कारण संक्रमण के कुछ संकेत जैसे, सांस लेने में तकलीफ, बुखार, गले में खराश, कप, छाती में भारीपन, थकान, जैसी समस्याएं अभी भी बने हुए हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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