Duleep Trophy: भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख सदस्यों के घरेलू क्रिकेट के बड़े टूर्नामेंट के लिए टीम में नहीं चुने जाने पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आगामी दिलीप ट्रॉफी के लिए साउथ जोन की टीम से केएल राहुल और मोहम्मद सिराज जैसे शीर्ष इंटरनेशनल खिलाड़ियों को बाहर किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. इसके बाद बोर्ड ने सभी राज्य संघों को आधिकारिक तौर पर एक पत्र लिखकर घरेलू सत्र के इस शुरुआती टूर्नामेंट के लिए केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों के चयन को प्राथमिकता देने के लिए कहा है.
इन बड़े सितारों का नहीं हुआ सेलेक्शन
साउथ जोन ने 27 जुलाई को अपनी टीम का ऐलान किया था. इसमें राहुल, सिराज, वॉशिंगटन सुंदर, प्रसिद्ध कृष्णा और साई सुदर्शन जैसे कई बड़े नाम शामिल नहीं थे. 28 अगस्त को बेंगलुरु में शुरू होने वाली दिलीप ट्रॉफी को घरेलू और राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं के लिए एक महत्वपूर्ण मंच माना जाता है. ऑफ-सीजन के दौरान इन खिलाड़ियों की उपलब्धता के बावजूद उन्हें टीम में शामिल न करने का दक्षिण क्षेत्र का फैसला बोर्ड को रास नहीं आया.
Add Zee News as a Preferred Source
बीसीसीआई ने क्या लिखा?
बीसीसीआई के क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक अबे कुरुविला ने पिछले हफ्ते क्षेत्रीय संयोजकों और राज्य इकाइयों को भेजे गए एक ईमेल में इस मुद्दे को संबोधित किया. द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कुरुविला ने दिलीप ट्रॉफी की प्रतिष्ठा और प्रतिस्पर्धात्मक स्तर को बनाए रखने के लिए सभी उपलब्ध भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया. कुरुविला ने ईमेल में लिखा, ”इसकी प्रतिष्ठा को बनाए रखने और उच्चतम गुणवत्ता की प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए, यह अनिवार्य है कि सभी वर्तमान में उपलब्ध भारतीय खिलाड़ियों का चयन उनकी संबंधित क्षेत्रीय टीमों के लिए किया जाए. क्षेत्रीय संयोजकों से अनुरोध है कि वे सुनिश्चित करें कि दिलीप ट्रॉफी खेलने के लिए उपलब्ध सभी वर्तमान भारतीय खिलाड़ियों को चुना जाए.”
ये भी पढ़ें: वर्ल्ड कप से पहले अचानक आईसीसी ने बदला टीम इंडिया का शेड्यूल, टूर्नामेंट से RCB का ‘होमग्राउंड’ OUT
घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने का निर्देश
यह निर्देश बीसीसीआई की उस नीति के अनुरूप है, जिसमें इंटरनेशनल खिलाड़ियों की घरेलू प्रतियोगिताओं में भागीदारी को अनिवार्य किया गया है. बोर्ड ने पहले भी खिलाड़ियों को आईपीएल को प्रथम श्रेणी क्रिकेट पर प्राथमिकता देने के खिलाफ चेतावनी दी थी और इस साल की शुरुआत में सभी अनुबंधित खिलाड़ियों को घरेलू कैलेंडर के प्रति प्रतिबद्ध रहने की याद दिलाई थी. हालांकि, बीसीसीआई का यह निर्देश साउथ जोन द्वारा अपनी टीम की घोषणा के बाद आया है. यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि चयनकर्ता अपनी सूची में संशोधन करेंगे या नहीं. तिलक वर्मा को टीम का कप्तान बनाया गया था.
ये भी पढ़ें: ODI क्रिकेट के 54 साल के इतिहास में पहली बार हुआ ये चमत्कार, इस बल्लेबाज ने कर दिया बड़ा अजूबा
इंटरनेशनल प्लेयर्स पर उठे थे सवाल
शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, कुलदीप यादव, आकाश दीप, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह और श्रेयस अय्यर सहित कई अन्य खिलाड़ियों के अपने-अपने क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए टूर्नामेंट में भाग लेने की उम्मीद है. राज्य संघों ने पहले भी यह चिंता व्यक्त की है कि भारतीय सितारों को क्षेत्रीय टीमों में स्वचालित रूप से शामिल करने से उन रणजी खिलाड़ियों की अनदेखी होती है, जिन्होंने पूरे सीजन में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. कई लोगों ने तर्क दिया है कि भारत ए टूर और बोर्ड प्रेसीडेंट इलेवन जैसे मैच इंटरनेशनल खिलाड़ियों के लिए अधिक उपयुक्त मंच होंगे, जिससे क्षेत्रीय टूर्नामेंट घरेलू खिलाड़ियों के लिए एक पुरस्कार का रास्ता बन सकेंगे.