शादी का सीजन हो या कोई फेवरेट जगह की ट्रिप, महिलाएं अक्सर पीरियड्स को टालने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों (contraceptive pills) का सहारा लेती हैं. ये गोलियां अस्थायी रूप से पीरियड्स को कंट्रोल करने में मदद तो करती हैं, लेकिन क्या आप जानती हैं कि इन्हें बेवजह और बार-बार लेना आपकी सेहत पर गंभीर असर डाल सकता है?
इन गोलियों का उद्देश्य गर्भधारण को रोकना होता है, लेकिन आजकल इन्हें पीरियड्स टालने या आगे-पीछे करने के लिए भी खूब इस्तेमाल किया जा रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि यह चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन अधिकतर महिलाएं इसके साइड इफेक्ट्स से पूरी तरह अनजान होती हैं.
क्या हैं साइड इफेक्ट्स?गर्भनिरोधक गोलियों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन होते हैं, जो शरीर की नेचुरल हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं. इनके नियमित या ज्यादा इस्तेमाल से सिरदर्द, चक्कर आना, मिजाज में बदलाव, मतली, ब्रेस्ट टेंडरनेस और वजन बढ़ना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक बिना डॉक्टरी सलाह के इन गोलियों का सेवन करने से खून के थक्के (blood clots), दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है. साथ ही, कुछ महिलाओं में ये गोलियां रिप्रोडक्टिव हेल्थ को स्थायी नुकसान भी पहुंचा सकती हैं.
किसे नहीं लेनी चाहिए ये गोलियां?जिन महिलाओं को पहले से थायरॉइड, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या खून से जुड़ी बीमारियां हैं, उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के ये गोलियां नहीं लेनी चाहिए. 40 साल से ऊपर की महिलाओं या धूम्रपान करने वाली महिलाओं के लिए तो ये और भी खतरनाक हो सकती हैं.
क्या है सेफ ऑप्शन?डॉक्टरों की मानें तो अगर किसी खास वजह से पीरियड्स को टालना जरूरी हो, तो पहले किसी गायनाकोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लें. हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए जो दवा एक के लिए सुरक्षित हो, वो दूसरी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.