बिहार के लोगों को ‘जंगल राज वालों’ को मिली हुई हार का सामना करना होगा ताकि वे भविष्य में बिहार के बारे में कुछ भी खराब नहीं सोच सकें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने 2005 में बिहार के खिलाफ बदला लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा, “कोसी महासेतु का निर्माण, जिसका नींव पत्थर 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था, केवल 2014 में एनडीए सरकार के गठन के बाद ही 2020 में ही शुरू हो सका।”
उन्होंने कहा कि आरजेडी ने केंद्र में कांग्रेस के साथ शासन के दौरान बिहार के लिए सभी योजनाओं को रोक दिया था। उन्होंने कहा, “सहरसा, सुपौल, मधेपुरा और अररिया जिलों में जो सालभर बाढ़ की मार झेलते हैं, उनकी दुर्दशा को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा सका।”
उन्होंने कहा कि केंद्र में एनडीए सरकार के गठन के बाद से कोसी, बागमती और गंडक नदियों के किनारों की बांधों को मजबूत करने के लिए 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा, “एनडीए ने अगले पांच वर्षों में बिहार को बाढ़ से मुक्त करने का वादा किया है।”

