उत्तर प्रदेश में दलित युवक के साथ हुए मामले के बारे में बात करते हुए, गौतम ने कहा कि जब युवक को पीटा जा रहा था, तो वह राहुल गांधी जी का नाम ले रहा था, लेकिन आरोपियों ने उनका मजाक उड़ाया और कहा – ‘हर कोई यहीं बाबा का फॉलोवर है।’ गौतम ने कहा, ‘क्या राज्य सरकार देश के संविधान और कानूनों पर विश्वास नहीं करती है? क्या राज्य में अदालतों और पुलिस की कोई जरूरत नहीं है?’
गौतम ने कहा, ‘क्या उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है? क्या योगी आदित्यनाथ ने इन जानवरों को संरक्षण दिया है? क्या उत्तर प्रदेश में अदालतों की कोई जरूरत नहीं है? क्या उत्तर प्रदेश सरकार और उनके गुंडों को कानून और संविधान पर विश्वास नहीं है? क्या इन जानवरों को अपराध करने के लिए खुला लाइसेंस दे दिया गया है?’
गौतम ने एनसीआरबी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2023 में देश भर में दलितों के खिलाफ 57,789 मामले दर्ज हुए हैं। उत्तर प्रदेश में 15,130 मामले दर्ज हुए हैं, जो देश में सबसे अधिक है, उन्होंने दावा किया।
रायबरेली के मामले को देखते हुए गौतम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है। उन्होंने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ को इस घटना के लिए जिम्मेदार होना चाहिए और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।’
गौतम ने पार्टी के मांगों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को शिकायतकर्ता के परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देना चाहिए। शिकायतकर्ता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। इस घटना की जांच एसआईटी द्वारा की जानी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
मसूद ने अपने बयान में कहा कि देश का संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा, ‘देश में अपराध बढ़ रहे हैं और हमारी छवि पूरे विश्व में खराब हो रही है। भाजपा सरकार संविधान का सम्मान नहीं करती है और दलितों के साथ लगातार अत्याचार हो रहा है।’
मसूद ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के सीजी के निर्देशों के बावजूद भी बुलडोजर चल रहे हैं।’