Commonwealth Games 2022: अमित पंघाल और जैसमीन ने गुरुवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी अपनी स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के मुक्केबाजी रिंग में पांच पदक पक्के कर दिए. गोल्ड कोस्ट में पिछले चरण के रजत पदक विजेता पंघाल ने फ्लाईवेट (48-51 किग्रा) क्वार्टर फाइनल में स्कॉटलैंड के लेनोन मुलीगन के खिलाफ सर्वसम्मत फैसले में जीत दर्ज की.
जैसमीन ने भी किया कमाल
फिर जैसमीन ने महिलाओं के लाइटवेट (60 किग्रा) वर्ग के क्वार्टर फाइनल में न्यूजीलैंड की ट्राय गार्टन को 4-1 के विभाजित फैसले में हराया. पंघाल और मुलीगन के बीच मुकाबला ज्यादा चुनौतीपूर्ण नहीं था. 26 साल के भारतीय मुक्केबाज ने अपने से युवा स्कॉटिश प्रतिद्वंद्वी को अपने मजबूत रक्षण से थका दिया. पंघाल ने तेज तर्रार जवाबी हमले से बीच बीच में अंक जुटाए.
पंघाल ने भी किया कमाल
पहले दो राउंड में पंघाल ने ‘गार्ड डाउन’ (हाथ नीचे रखकर खेलते हुए) रखते हुए मुलीगन को आक्रामक होने के लिये उकसाया लेकिन फुर्ती से उनकी पहुंच से बाहर हो गए. बीच-बीच में उन्होंने बायें हाथ से मुक्के जड़कर 20 साल के प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को पछाड़ा। अंतिम राउंड में उन्होंने ‘वन-टू’ (एक के बाद एक) के संयोजन से मुक्के जड़े और राष्ट्रमंडल खेलों में अपना दूसरा पदक पक्का किया. निकहत जरीन (50 किग्रा), नीतू गंघास (48 किग्रा) और मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) भी सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने वर्गों में पदक पक्के कर चुके हैं.
लॉन बॉल में नाकामयाबी
भारत के मृदुल बोरगोहेन गुरुवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की लॉन बॉल पुरूष एकल स्पर्धा के पांचवें दौर के मैच में हारने से क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में असफल रहे. मृदुल बोरगोहेन को जर्सी के रॉस डेविस के खिलाफ 13-21 से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय खिलाड़ी पांचवें दौर के अंत में 6-5 से बढ़त बनाए था लेकिन फिर वह अपने प्रतिद्वंद्वी को वापसी का मौका दे बैठे. डेविस ने आगे बढ़ना जारी रखा और मुकाबला जीत गए.
Azam Khan meets Akhilesh Yadav, sends message of resilience and justice
LUCKNOW: Calling it a meeting aimed at sending a message of “resilience, justice, and change,” Samajwadi Party veteran…

