Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कट्टर दुश्मन के भाई ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तारीफ की है, जिसके बाद सपा सांसद मोहन भागवत के विचारों से प्रभावित हुए हैं।

उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल: सपा सांसद अफजाल अंसारी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की जमकर तारीफ की

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की तारीफ कर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है. अक्सर सत्ता पक्ष पर हमलावर रहने वाले अफजाल अंसारी ने आरएसएस प्रमुख के हालिया बयानों को सराहनीय बताया और कहा कि देश को आज सबसे ज्यादा जरूरत आपसी भाईचारे और एकता की है. गौरतलब है कि सीएम योगी के कट्टर दुश्मनों में शामिल माफिया मुख्तार अंसारी के भाई के इस बदले रुख से सपा समेत पूरे विपक्ष में हड़कंप मच सकता है.

अफजाल अंसारी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की खुलकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए आरएसएस के तीन दिवसीय शिविर में भागवत का जो संबोधन आया है, उसे पढ़ने और उस पर मनन करने की जरूरत है. अंसारी के मुताबिक भागवत ने देश में आपसी भाईचारे और एकता की जरूरत को गहराई से महसूस किया है और नफरत का कारोबार बंद करने की बात कही है. अंसारी ने भागवत के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें आरएसएस चीफ ने कहा था कि हर मस्जिद और मजार में शिवलिंग की तलाश करना देश को कमजोर करेगा. अंसारी ने इस बयान को देश की एकता के लिए सकारात्मक कदम बताया.

अफजाल अंसारी ने कहा कि हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करने के लिए आरएसएस से बेहतर कोई मंच पूरे विश्व में नहीं है. ऐसे में जब संघ प्रमुख खुद यह कहते हैं कि मस्जिद और मजार में शिवलिंग की तलाश करना देश को कमजोर करेगा, तो यह देश की एकता के लिए एक सकारात्मक कदम है. अंसारी ने इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह संदेश समाज को जोड़ने वाला है.

सकारात्मक संदेश से बढ़ेगा भाईचारा
सपा सांसद ने आगे कहा कि भागवत का यह बयान न केवल स्वागत योग्य है बल्कि इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. उन्होंने माना कि जहां-जहां कमियां हैं, वहां सुधार किया जाना चाहिए, लेकिन समाज में एकता और भाईचारा सबसे ऊपर होना चाहिए. अफजाल अंसारी ने यह भी अपील की कि जैसे उन्होंने भागवत के बयान का स्वागत किया है, वैसे ही अन्य धर्मों के धर्मगुरुओं को भी इसमें छिपे सकारात्मक संदेश को अपनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भागवत पहले भी मस्जिदों में शिवलिंग मिलने के मुद्दे पर आपसी समन्वय और सौहार्द की बात करते रहे हैं, जिसकी कई मौलाना भी तारीफ कर चुके हैं.

You Missed

RSS is recognised as body of individuals, Mohan Bhagwat tells critics
Top StoriesNov 9, 2025

आरएसएस को व्यक्तियों के समूह के रूप में मान्यता दी गई है, मोहन भागवत ने आलोचकों को बताया

बेंगलुरु: संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को कांग्रेस नेताओं द्वारा आरएसएस के लिए पंजीकरण के बिना काम…

Scroll to Top