उत्तराखंड में रंग, संगीत और परंपरा का जश्न शनिवार को पूरे राज्य में इगास, या बुड्डी दिवाली के रूप में जाने वाले फसल उत्सव के साथ जीवंत हो गया। लोगों ने इस त्यौहार को बहुत उत्साह और सांस्कृतिक गर्व के साथ मनाया। इस त्यौहार का समापन मुख्यमंत्री के निवास पर हुआ, जहां एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम ने गढ़वाल, कुमाऊं और जौनसार क्षेत्रों की समृद्ध लोक परंपरा को प्रदर्शित किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ मिलकर पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार ‘भैल्लो’ नामक एक पाइन या सीडर वुड और रोडोडेंड्रन की छाल से बने दीये को जलाया, जो अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा, “हमारी लोक संस्कृति और परंपराएं देवभूमि की पहचान हैं। किसी भी राज्य की संस्कृति और परंपराएं उसकी आत्मा होती हैं, और त्यौहार जैसे इगास हमारे सामाजिक जीवन में ऊर्जा का संचार करते हैं।”
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का एलवीएम3 श्रीहरिकोटा से उड़ान भरा, जिसमें सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 को ले गया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपनी सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 को श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष…

