बुंदेलखंड की लोककला, परंपरा और मिट्टी की खुशबू अब झांसी में एक नए रूप में महक रही है. रानी लक्ष्मीबाई किले की तलहटी में शुरू हुए पहले स्थानीय हस्तकला स्टॉल ने न सिर्फ कलाकारों को मंच दिया है, बल्कि लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़ने का अवसर भी दिया है. यह स्टॉल अब बुंदेलखंड की रचनात्मक पहचान बन चुका है.
इस स्टॉल पर बुंदेलखंड के कलाकार अपनी हस्तकला का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें मिट्टी की वस्तुओं, हाथीदांत के सामान, लकड़ी के काम और अन्य स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है. यह स्टॉल न केवल कलाकारों को अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने का अवसर दे रहा है, बल्कि लोगों को भी अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करने में मदद कर रहा है.
स्थानीय कलाकारों के लिए यह स्टॉल एक बड़ा अवसर है, जहां वे अपनी कला को प्रदर्शित कर सकते हैं और अपने उत्पादों को बेच सकते हैं. इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उनकी संस्कृति को भी प्रोत्साहित किया जाएगा. यह स्टॉल न केवल झांसी के लिए बल्कि पूरे बुंदेलखंड के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करेगा और उनकी संस्कृति को प्रदर्शित करेगा.

