कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने हाल ही में मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद भारत ने पाकिस्तान पर हमला करने के विचार को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने एक समाचार चैनल के साथ हुई एक हालिया बातचीत में कहा कि आतंकवादी हमलों के बाद पाकिस्तान पर हमला करने का विचार उनके मन में जरूर आया था, लेकिन सरकार ने इसके खिलाफ वैश्विक दबाव के कारण फैसला किया।
चिदंबरम ने कहा, “दुनिया भर के देशों ने हमें बताया कि हमें युद्ध शुरू नहीं करना चाहिए। उस समय अमेरिकी राज्यसचिव कॉनडोलीजा राइस ने दो-तीन दिनों के भीतर दिल्ली पहुंचकर मुझसे और प्रधानमंत्री से मिलने के लिए कहा और कहा, ‘कृपया प्रतिक्रिया न दें’। मैंने कहा, ‘यह सरकार का फैसला होगा’। बिना किसी आधिकारिक राजद्रोह के मैंने कहा कि मेरे मन में यह विचार जरूर आया था कि हमें कुछ प्रतिक्रिया देनी चाहिए।”
चिदंबरम ने 2008 में हुए आतंकवादी हमलों के बाद गृह मंत्री बने थे। उस समय 175 लोगों की मौत हुई थी और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा नामक पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन के सदस्यों ने शामिल होने का आरोप लगाया था। चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने उस समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और ‘अन्य महत्वपूर्ण लोगों’ के साथ भारत की प्रतिक्रिया के बारे में चर्चा की थी।