रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने रविवार को राजधानी में आयोजित कलेक्टरों की बैठक में अच्छी प्रशासन, पारदर्शिता और जनहित के लिए नए मानक निर्धारित किए। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को स्पष्ट और स्पष्ट संदेश दिया कि उनकी प्रदर्शन को केवल कागजी कार्रवाई के माध्यम से नहीं मापा जाएगा, बल्कि उनके कार्यों की प्रभावशीलता के आधार पर उनकी प्रदर्शन का आकलन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रशासन का अंतिम लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर नीति और योजना समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से लोगों तक पहुंचे। किसी भी स्तर पर ढीलापन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। परिणामों को जमीन पर दिखना चाहिए, न कि कागजों पर।”
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य में धान की खरीद 15 नवंबर से शुरू होगी, और अधिकारियों को समय पर आवश्यक तैयारियों को पूरा करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, “यदि खरीद प्रक्रिया में कोई अनियमितता पाई जाती है, तो कलेक्टर को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। सीमा स्थित जिलों में अवैध रूप से पड़ोसी राज्यों से धान की आवाजाही रोकने के लिए कठोर निगरानी की जानी चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसंस्करण गतिविधियों के लिए समय-दर-समय निगरानी के लिए एकीकृत नियंत्रण और नियंत्रण केंद्र का उपयोग अब किया जाएगा। उन्होंने कहा, “कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि धान की खरीद प्रक्रिया में कोई भी अनियमितता न हो।”