अभिषेक जायसवाल/वाराणसी. देशभर में लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम है. छठ पर्व का आज दूसरा दिन है और दूसरे दिन खरना पूजा होती है. इसके बाद व्रती महिलाएं अगले दिन यानी 30 अक्टूबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देती हैं और अगले दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत पूरा होता है. लेकिन इस बार वाराणसी में व्रती महिलाएं अव्यस्थाओं के बीच घाटों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगी.नगर निगम के तमाम दावों के बीच वाराणसी के अस्सी घाट सहित दूसरे घाटों पर जमे सिल्ट और मिट्टी को हटाने का काम पूरा नहीं हो सका.ऐसे में महिलाएं इस कठिन व्रत को अव्यवस्थाओं के बीच ही करेंगी.घाटों पर छठ की पूजा को लेकर नगर निगम प्रशासन ने ये दावा किया था कि घाटों पर सफाई के साथ दूसरी मुकम्मल व्यवस्था होगी लेकिन जिस तरह अस्सी घाट पर सिल्ट और गंदगी का अंबार है वो साफ तौर पर इन तमाम दावों की पोल खोल दी है.कई जगह तो ऐसे भी है जहां पूरी तरह दलदल है.कमिश्नर और विधायक ने लिया था जायजाहालांकि व्यवस्थाओं के चाक चौबंद करने के लिए वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा के अलावा स्थानीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव और दूसरे अफसर भी यहां स्थलीय निरीक्षक कर व्यवस्थाओं को ठीक करने का निर्देश दिये थे.लेकिन घाटों पर हालात बद से बत्तर हैं.84 घाटों पर उमड़ती है भीड़वाराणसी में छठ पूजा पर मिनी बिहार जैसा नजारा देखने को मिलता है.काशी के सभी घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस महापर्व को मनाते है.इसके अलावा कुंड और तालाबों पर भी छठ की पूजा होती है.लेकिन इस बार ये पूजा अव्यवस्थाओं के बीच ही होगी.अस्सी घाट के पुरोहित बलराम मिश्रा ने बताया कि जिस तेजी के साथ नगर निगम को सफाई करनी चाहिए वैसी व्यवस्था नहीं थी जिसके कारण सफाई नहीं हो सकी.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : October 29, 2022, 15:57 IST
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