India vs West Indies Series: भारतीय सेलेक्टर्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट और वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है. टीम इंडिया का वेस्टइंडीज दौरा 12 जुलाई से शुरू होगा. इस दौरे पर भारतीय टीम के टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) टीम का हिस्सा नहीं होंगे. सेलेक्टर्स ने उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया. पुजारा को टीम से बाहर किए जाने पर उनके पिता ने बड़ा बयान दिया है.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
वेस्टइंडीज दौरे से बाहर चेतेश्वर पुजारावेस्टइंडीज दौरे पर खेली जाने वाले दो मैचों की टेस्ट सीरीज की टीम से बाहर किए गए चेतेश्वर पुजारा के पिता और कोच अरविंद पुजारा को उम्मीद है कि उनका बेटा एक बार फिर राष्ट्रीय टीम में वापसी करेगा. वहीं, क्रिकेट जगत में कई लोगों का मानना है कि पुजारा ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी टेस्ट खेल लिया है. अरविंद पुजारा ने कहा कि उनका बेटा राष्ट्रीय टीम में वापसी कर सकता है और उसने पहले ही दलीप ट्रॉफी के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
पुजारा के पिता ने कही ये बात
चेतेश्वर पुजारा के पिता और कोच अरविंद पुजारा ने कहा, ‘वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत है. मैं चयन के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता. लेकिन मैंने जो देखा है, वह अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी कर रहा है. वह वेस्टइंडीज टीम की घोषणा के बाद उसी दिन नेट पर कड़ी मेहनत कर रहा था. उसने दलीप ट्रॉफी की तैयारी शुरू कर दी है और काउंटी सर्किट पर खेलना जारी रखेगा. एक पिता और कोच के रूप में, मेरे लिए यह मानने का कोई कारण नहीं है कि वह वापसी क्यों नहीं कर सकता.’
प्रैक्टिस का वीडियो किया शेयर
पुजारा ने शनिवार (24 जून) को ट्विटर पर नौ सेकंड का वीडियो साझा किया है जिसमें वह बल्लेबाजी का अभ्यास करते हुए दिख रहे हैं. इस दिग्गज बल्लेबाज को टीम से बाहर किए जाने पर पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी निराशा जता चुके हैं. गावस्कर ने कहा कि पुजारा को ‘बलि का बकरा’ बनाया गया. उन्होंने पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर कहा कि सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी के फॉलोअर्स की संख्या विराट कोहली या रोहित शर्मा जैसी नहीं है. उनके लिए आवाज उठाने वाले ज्यादा लोग नहीं है.’
सुनील गावस्कर ने उठाए सवाल
गावस्कर ने पुजारा को बाहर किए जाने पर कहा, ‘उन्हें हमारी बल्लेबाजी की विफलताओं के लिए बलि का बकरा क्यों बनाया गया है? वह भारतीय क्रिकेट के एक वफादार सेवक, एक शांत और सक्षम व्यक्ति रहे हैं. किसी भी मंच पर उनके लाखों फोलोवर नहीं हैं, जो उनके मामले में शोर मचाएंगे. उन्हें टीम से बाहर करना समझ से परे है. पुजारा को टीम से बाहर करना और विफल हुए अन्य खिलाड़ियों को टीम बनाये रखने का क्या मापदंड है? मैं इसके कारण के बारे में नहीं जानता क्योंकि आजकल चयन समिति के अध्यक्ष या ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ मीडिया की कोई बातचीत नहीं होती है जहां आप चयनकर्ताओं से सवाल कर सके.’
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