GWALIOR में एक पुरुष चीता का शावक राष्ट्रीय राजमार्ग पर मध्य प्रदेश के GWALIOR जिले के घाटीगांव क्षेत्र में शिवपुरी जिले की सीमा के पास लगभग 35-40 किमी दूर हुआ था, जिसमें एक अज्ञात वाहन द्वारा एक चीता को मार दिया गया था। पुलिस ने बताया कि यह घटना रविवार की सुबह हुई थी।
जिला अधिकारी अरविंद सаксेना ने बताया कि लगभग 20 महीने का यह शावक कुनो राष्ट्रीय उद्यान से बाहर निकल गया था और अपनी माँ से अलग हो गया था। इसके बाद अज्ञात वाहन द्वारा मारा गया था।
पुलिस की जांच टीम के एक सदस्य ने बताया कि उन्हें एक कार के बारे में कुछ सुराग मिले हैं जो चीते को मारने वाली कार हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने राजमार्ग पर ट्रैफिक को कम कर दिया है और स्पीड को कम कर दिया है ताकि भविष्य में कोई अनहोनी घटना न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों चीते के शावकों को पहले एक साथ देखा गया था। वन अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर दूसरे चीते के शावक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि दूसरा चीता शावक सुरक्षित है।
राज्य के मुख्य वन अधिकारी (जंगली जीव) सुभराजन सेन ने बताया कि मृत चीते का शावक गामिनी का पुत्र था, जो दक्षिण अफ्रीका से आया था और भारत की बिग कैट आबादी को पुनर्जीवित करने के लिए आया था। भारत ने सात दशक पहले दुनिया की सबसे तेज़ जानवर को खो दिया था।
इससे पहले, एक चीता का शावक शुक्रवार को कुनो राष्ट्रीय उद्यान में जंगली में छोड़ दिया गया था, लेकिन अगले दिन ही वह मर गया था।

