लखनऊ. उत्तर प्रदेश के नगीना लोकसभा सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं. स्विट्जरलैंड में रह रहीं पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी, जो खुद को उनकी पूर्व गर्लफ्रेंड बताती हैं, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक नया ऑडियो क्लिप शेयर किया है. इस क्लिप में कथित तौर पर चंद्रशेखर की आवाज सुनाई दे रही है, जिसमें वे आगामी चुनावों में बीजेपी का समर्थन करने और सपा-कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
रोहिणी घावरी ने क्लिप शेयर करते हुए लिखा, “यह ऑडियो सांसद चंद्रशेखर आजाद का है, जिसमें वे स्पष्ट कह रहे हैं कि बीजेपी ने ही उन्हें सांसद बनाया. वे बोले, ‘भाजपा का साथ दूंगा, सपा की खाल उतार लूंगा.’ यह दलित आंदोलन के नाम पर साजिश का पर्दाफाश है.” ऑडियो की अवधि करीब 30 सेकंड है, जिसमें चंद्रशेखर कथित रूप से कहते सुनाई देते हैं, “इस चुनाव में जो मेरे खिलाफ जाएगा, चाहे वो समाजवादी पार्टी हो या कांग्रेस, उसकी खाल उतारूंगा. चाहे इसके लिए बीजेपी की मदद क्यों न करनी पड़े.” रोहिणी का दावा है कि यह रिकॉर्डिंग उनकी पुरानी वॉयस कॉल का हिस्सा है, जो उन्होंने निजी तौर पर रिकॉर्ड की थी.
चंद्रशेखर ने ऑडियो को किया खारिज
यह विवाद पहली बार नहीं है. जून 2025 से रोहिणी घावरी लगातार चंद्रशेखर पर व्यक्तिगत और राजनीतिक आरोप लगाती रही हैं. उन्होंने उन पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने, कई अन्य महिलाओं के साथ धोखा देने और बीजेपी के इशारों पर दलित-मुस्लिम एकता को कमजोर करने का इल्जाम लगाया है. अक्टूबर में उन्होंने एक अन्य ऑडियो जारी किया था, जिसमें चंद्रशेखर कथित रूप से बसपा सुप्रीमो मायावती और संस्थापक कांशीराम पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते सुनाई देते थे. उस ऑडियो को चंद्रशेखर ने एआई-जनरेटेड बताकर खारिज कर दिया था और दिल्ली पुलिस में रोहिणी के खिलाफ मानहानि व धमकी का केस भी दर्ज कराया.
राजनीतिक साजिश या व्यक्तिगत दुश्मनी?
रोहिणी का यह नया दावा राजनीतिक हलकों में सनसनी फैला रहा है. आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता इसे ‘बीजेपी की साजिश’ बता रहे हैं, जबकि विपक्षी दल जैसे सपा और कांग्रेस इसे चंद्रशेखर की ‘गुप्त सांठगांठ’ का सबूत मान रहे हैं. सपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “अगर यह सच है, तो यह दलित वोट बैंक को भाजपा के हवाले करने की कोशिश है. 2027 के यूपी विधानसभा चुनावों से पहले यह खुलासा विपक्ष के लिए बड़ा झटका हो सकता है.”
कोर्ट जा सकते हैं चंद्रशेखर
दूसरी ओर, चंद्रशेखर आजाद ने अभी तक इस नए ऑडियो पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक, वे इसे कोर्ट में चुनौती देंगे और इसे ‘फर्जी एडिटिंग’ का नमूना बताएंगे. अक्टूबर में मायावती वाले ऑडियो पर उन्होंने कहा था, “मैं बहनजी का सम्मान करता हूं. कांशीराम साहब हमारे राजनीतिक गुरु हैं. ये सब फेक है.” चंद्रशेखर ने रोहिणी पर भी पलटवार किया था, दावा करते हुए कि वे उनकी छवि खराब करने के लिए प्रायोजित हैं.
रोहिणी घावरी कौन हैं?
इंदौर की रहने वाली 30 वर्षीय रोहिणी घावरी एक सफल पीएचडी स्कॉलर हैं, जो जिनेवा में रहकर संयुक्त राष्ट्र से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर चुकी हैं. उन्होंने खुद को ‘बहुजन समाज की बेटी’ बताते हुए कहा है कि यह लड़ाई ‘स्वाभिमान और न्याय’ की है. रोहिणी ने राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन पुलिस की ओर से एफआईआर न होने पर उन्होंने आत्महत्या की धमकी तक दे दी थी. उन्होंने चंद्रशेखर पर शराब पीने, जुआ खेलने और राजनीतिक फंडिंग में अनियमितताओं के आरोप भी लगाए हैं.

