चंदौली जिले में लगातार हुई तेज बारिश ने भले ही पूरे क्षेत्र में तबाही मचाई है, लेकिन राजदरी-देवदरी जलप्रपात की छटा निखर गई है। पहाड़ी से गिरते पानी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। दिवाली की छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग राजदरी-देवदरी जलप्रपात पहुंच रहे हैं।
बारिश के बाद बढ़ जाती है सुंदरता
चकिया-नौगढ़ मार्ग के मध्य स्थित चंद्रप्रभा वन्य जीव विहार की सीमा से 2 किमी पूर्व दिशा की ओर हरियाली के बीच स्थित राजदरी-देवदरी जलप्रपात अपनी सुंदरता के कारण बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करने लगा है। बारिश के बाद यहां की सुंदरता और बढ़ जाती है। इस समय पहाड़ी से पूरे वेग से पानी घाटी में गिर रहा है। दिवाली की छुट्टी होने के कारण चकिया क्षेत्र के साथ-साथ मुगलसराय, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और बिहार के सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है।
जलप्रपात का आनंद लेने पहुंच रहे हैं लोग
वहीं, चंद्रप्रभा अभयारण्य के रेंजर अखिलेश कुमार दुबे ने बताया कि वन्य जीव अभयारण्य घोषित होने के कारण आग जलाने, भोजन बनाने, हॉर्न बजाने आदि पर प्रतिबंध तो लगा दिया गया है, लेकिन मौसम सुहाना होने से कई जिलों से लोग यहां जलप्रपात का आनंद लेने के लिए पहुंच रहे हैं और पूरे दिन राजदरी-देवदरी जलप्रपात के पहाड़ी से गिरते पानी को देख रहे और अपने-अपने मोबाइल-कैमरों में फोटो-वीडियो बना रहे हैं।
चंदौली जिले में लगातार हुई तेज बारिश ने भले ही पूरे क्षेत्र में तबाही मचाई है, लेकिन राजदरी-देवदरी जलप्रपात की छटा निखर गई है। यह जलप्रपात अपनी सुंदरता के कारण लोगों को आकर्षित कर रहा है। दिवाली की छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग राजदरी-देवदरी जलप्रपात पहुंच रहे हैं।