Chandauli News: मुगलसराय में नहर की पटरी टूटने से तबाही, घर-खेत जलमग्न, लोगों में मचा हाहाकार

admin

'मैं और हर्ष एक-दूसरे को...' भारती सिंह कर रहीं दूसरे बेबी की प्लानिंग?

चंदौली जिले के मुगलसराय के गोधन-नई बस्ती में शुक्रवार को नहर की पटरी टूट गई. इससे तेज बहाव के साथ पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया. कई गरीब परिवारों के मकान और खेत पूरी तरह डूब गए. घटना के बाद से इलाके में अफरा-तफरी मच गई है. लोग घर छोड़कर बाहर निकल आए हैं, खेतों में खड़ी फसलें और घरेलू सामान पूरी तरह बर्बाद हो गया है.

 राहत कार्य की मांगघटनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग जमा हैं. लोगों का आरोप है कि नहर टूटे 5 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन मौके पर न तो सिंचाई विभाग के अधिकारी पहुंचे, न ही प्रशासन का कोई वरिष्ठ अफसर पहुंचा. इससे लोगों में भारी नाराजगी है. पीड़ितों ने मुआवजे और त्वरित राहत कार्य की मांग की है.

नहर हर साल रिसती है
स्थानीय लोगों का कहना है कि नहर हर साल रिसती है और कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अगर समय रहते मरम्मत कर दी जाती, तो इतनी बड़ी तबाही नहीं होती. अब जब सारा सामान और फसल डूब चुकी है, तब भी जिम्मेदार अधिकारी नदारद हैं.

पानी में डूबा घरनई बस्ती गोदना निवासी राजेंद्र यादव के कच्चे मकान में नहर का पानी घुस जाने से मकान पूरी तरह ढह गया है. उनके अनुसार घर का सारा सामान और दीवारें पानी में समा गईं, जिससे परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है. घर का ग्राउंड फ्लोर पूरी तरह पानी में डूब चुका है.

बाढ़ की चपेट में आया खेत
वहीं, स्थानीय विवेक यादव ने लोकल 18 से बताया कि सुबह करीब 5 बजे नहर में कटान हो गया, जिससे पूरा इलाका जलमग्न हो गया. गांव की गलियों से लेकर खेतों तक हर जगह पानी भर गया है और लोग भारी परेशानी में हैं. करीब 100 एकड़ जमीन पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ चुकी है. उन्होंने बताया कि सभी संबंधित अधिकारियों को फोन कर सूचना दी गई थी, लेकिन 5-6 घंटे बाद ही कोई अधिकारी मौके पर पहुंचा. विवेक ने सरकार से मांग की कि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाए और जल्द से जल्द समस्या का समाधान कराया जाए.

किसानों को हुआ भारी नुकसानएक और स्थानीय विनोद कुमार यादव ने लोकल 18 से बताया कि सुबह जब वे खेत देखने पहुंचे, तो नहर में छोटा सा कटान दिखा, जिसकी सूचना तुरंत सिंचाई विभाग को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. विभाग की लापरवाही के कारण नहर पूरी तरह टूट गई और पानी आसपास के कई घरों में घुस गया. करीब 100 बीघे खेतों में खड़ी फसल जलमग्न हो चुकी है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है.

दहशत में हैं लोग
वीरेंद्र कुमार यादव ने लोकल 18 से बताया कि उनके मकान में पानी घुस गया है, जिससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. घर का सारा सामान भीग चुका है और रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया है. प्रशासन से तत्काल राहत की मांग की गई है. वहीं, वीरेंद्र यादव, लालता यादव, बीके यादव, रमेश यादव, बिहारी यादव सहित कई स्थानीयों के घरों में पानी भर चुका है. लोगों के अनुसार राजस्थानी मूल के कई परिवारों को भी भारी नुकसान हुआ है. पानी में भरे घरों और खेतों को देखकर लोग दहशत में हैं और मदद की उम्मीद में इंतजार कर रहे हैं.

‘प्रशासन की लापरवाही से बना ये हालात’करीब 5 घंटे बाद मौके पर जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग, पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे, अलीनगर थाना प्रभारी विनोद मिश्रा और मुगलसराय थाना प्रभारी गगन राज सिंह भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे. अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और राहत कार्य शुरू कराने की बात कही, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था. लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से ही ये हालात बने हैं.

‘सर्वे कर दिलाया जाएगा मुआवजा’डीएम चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि जिला प्रशासन की राहत एवं बचाव टीम के साथ NHAI की टीम भी मौके पर मौजूद है. नहर की कटान को जोड़ने का काम कराया जा रहा है. जिन घरों में पानी घुसा है, वहां से पानी निकालने का भी काम हो रहा है. रेस्क्यू टीम मौके पर तैनात है. डीएम ने कहा कि प्रभावित किसानों की सूची तैयार कराई जा रही है और फसल नुकसान की भरपाई के लिए सर्वे कर मुआवजा दिलाया जाएगा.

Source link