सर्वाइकल कैंसर यानी गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर, महिलाओं में तेजी से फैलता एक गंभीर लेकिन रोके जा सकने वाली बीमारी है. दुनिया में हर साल लाखों महिलाओं की मौत का कारण बनने वाला यह कैंसर भारत में भी चिंता का विषय बना हुआ है. इसकी सबसे बड़ी चुनौती यह है कि शुरुआती चरणों में इसके कोई खास लक्षण नजर नहीं आते और जब तक लक्षण उभरते हैं, तब तक कैंसर गंभीर रूप ले चुका होता है. लेकिन राहत की बात यह है कि यह पूरी तरह से रोके जाने योग्य है. बस जरूरत है समय पर जांच और जागरूकता की.
फरीदाबाद स्थित मारेंगो एशिया हॉस्पिटल में गायनोकोलॉजी विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. श्वेता मेंदीरत्ता बताती हैं कि सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण है ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV), जो कि एक सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है. लगभग हर महिला को अपने जीवनकाल में कभी न कभी HPV संक्रमण हो सकता है, लेकिन शरीर की इम्युनिटी इसे अक्सर खुद ही खत्म कर देती है. हालांकि, कुछ मामलों में यह वायरस सर्वाइकल सेल में बदलाव करके कैंसर की ओर बढ़ सकता है.
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के 5 असरदार तरीके
1. HPV वैक्सीन लगवाएं: 9 से 26 साल की उम्र की लड़कियों को यह वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए. यह वायरस से लड़ने की क्षमता देती है और भविष्य में कैंसर के खतरे को बहुत हद तक कम करती है.
2. नियमित जांच कराएं: 25 साल से ऊपर की सभी महिलाओं को हर 3-5 साल में एक बार पैप स्मीयर या HPV टेस्ट जरूर कराना चाहिए. इससे कैंसर से पहले होने वाले सेल्स के बदलाव का पता चल जाता है.
3. स्वच्छ यौन जीवन अपनाएं: कई यौन संबंध और असुरक्षित यौन व्यवहार HPV संक्रमण के खतरे को बढ़ाते हैं. इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है.
4. धूम्रपान से दूरी रखें: धूम्रपान महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं को कमजोर करता है, जिससे HPV संक्रमण के प्रभाव बढ़ जाते हैं.
5. बैलेंस डाइट और व्यायाम: इम्युनिटी को मजबूत रखने के लिए पोषण से भरपूर खाना और नियमित व्यायाम को अपनाएं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.