Can Vaginal Cyst Cause Cancer Types Signs Major Factors Diagnosis Treatment Prevention | क्या वजाइना में मौजूद गांठ बन सकती है कैंसर की वजह? जानिए महिलाओं को कितना डरना चाहिए?

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Can Vaginal Cyst Cause Cancer Types Signs Major Factors Diagnosis Treatment Prevention | क्या वजाइना में मौजूद गांठ बन सकती है कैंसर की वजह? जानिए महिलाओं को कितना डरना चाहिए?



Can Vaginal Cyst Cause Cancer: महिलाओं के रिप्रोडक्टिव हेल्थ में कई बार ऐसी परेशानियां सामने आती हैं, जिन पर झिझक के कारण खुलकर चर्चा नहीं हो पाती. इनमें से एक है वजाइना में गांठ. कई महिलाएं नहाते वक्त या खुद चेक करते हुए वजाइना के आसपास या अंदर किसी तरह का उभार या गांठ महसूस कर सकती हैं. ये गांठ ज्यादातर मामलों में वेजाइनल सिस्ट (Vaginal Cyst) होती है, नॉर्मल नजर आती है. हालांकि, कुछ मामलों में ये दूसरी बीमारियों या इंफेक्शन का इशारा भी हो सकती है. इसलिए वक्त रहते टेस्ट और ट्रीटमेंट जरूरी है.
वेजाइनल सिस्ट किसे कहते हैं?वजाइना (Vagina) में गांठ का मतलब है योनि के वॉल, एंट्री प्वॉइंट या आसपास के टिशूज में किसी तरह की सूजन, उभार या छोटा ट्यूमर जैसा बनना. ये सख्त, मुलायम, दर्दभरी या बिना दर्द के हो सकती है. ये क्यों होता है और ये कितना सीरियस है ये डॉक्टर कंडीशन देखकर बताते हैं. कुल मिलाकर ये समझें कि वेजाइनल सिस्ट एक फ्लूइड या हल्की सख्त चीज से भरी थैली होती है, जो वजाइना की दीवार में बन जाती है.
वजाइना में गांठ बनने की वजह
1. बार्थोलिन सिस्ट (Bartholin’s Cyst)योनि के दोनों किनारों पर बार्थोलिन ग्रंथियां होती हैं, जो स्नेहन (lubrication) के लिए द्रव बनाती हैं. अगर इन ग्रंथियों की नलिका बंद हो जाए, तो द्रव जमा होकर सिस्ट का रूप ले लेता है. कभी-कभी इसमें संक्रमण होकर पस भर सकता है (Bartholin’s Abscess).
2. इन्क्लूजन सिस्ट (Inclusion Cyst)वजाइना में चोट, डिलीवरी या सर्जरी के बाद ऊतक की सतह के नीचे स्किन सेल्स फंसने से बनता है.
3. गार्टनर डक्ट सिस्ट (Gartner’s Duct Cyst)भ्रूण के विकास के दौरान बनने वाली नलिकाओं का अवशेष, जो बाद में फ्लूइड से भरकर गांठ का रूप ले सकता है.
4. यौन संचारित संक्रमण (STIs)हर्पीस, ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) या दूसरे इंफेक्शन से भी वजाइना के आसपास गांठ या मस्से जैसे उभार हो सकते हैं.
5. फोड़ा या एब्सेसबैक्टीरियल इंफेक्शन से वजाइना के आसपास दर्दनाक फोड़ा बन सकता है. जो काफी तकलीफ देता है, और फिर उठना, बैठना और चलना फिरना मुश्किल हो जाता है.
6. रेयर फैक्टर्सट्यूमर (Benign या Malignant), हार्मोनल चेंजेज, एलर्जिक रिएक्शन या स्किन कंडीशन भी वजाइना में गांठ की वजह बन सकते हैं.
 
वजाइना में गांठ के लक्षण
गांठ के लक्षण उसके फैक्टर्स, शेप और संक्रमण की स्थिति पर डिपेंड करते हैं. जैसे-
1. वजाइना के आसपास या अंदर उभार या सूजन महसूस होना.
2. गांठ में दर्द या दबाव महसूस होना.
3. चलने, बैठने या यौन संबंध के दौरान असहजता.
4. गांठ के आसपास लालिमा और गर्माहट (संक्रमण होने पर).
5. गांठ से पस या फ्लूइड का निकलना.
6. बुखार और थकान (अगर इंफेक्शन फैल जाए).
7. बार-बार पेशाब करने के दौरान दर्द या जलन (बार्थोलिन सिस्ट में).

वजाइना में गांठ का डायग्नोसिस कैसे किया जाता है?डॉक्टर सबसे पहले शारीरिक जांच (Pelvic Examination) करके गांठ का साइज, प्लेसमेंट और नेचर देखते हैं. इसके बाद जरूरत के मुताबिक ये जांचें की जा सकती हैं.
1. मेडिकल हिस्ट्री: इसमें पता लगाया जाता है कि लक्षण कब से हैं, दर्द है या नहीं, सेक्सुअल हेल्थ हिस्ट्री क्या है.
2. वजाइना की डिटेल जांच (Speculum Examination): अंदरूनी सतह देखने के लिए ये जांच की जाती है.
3. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): गांठ की कंडीशन और नेचर को समझने के लिए डॉक्टर अल्ट्रासाउंड करना को कहते हैं.
4. एमआरआई या सीटी स्कैन: जटिल या गहरे सिस्ट की सटीक जांच के लिए इनकी मदद ली जाती है.
5. बायोप्सी (Biopsy): अगर डॉक्टर को कैंसर का शक हो, तो टिशू का सैंपल लेकर लैब में जांच की जा सकती है.
6. कल्चर टेस्ट: अगर पस या तरल निकल रहा हो तो संक्रमण के बैक्टीरिया की पहचान के लिए ऐसा करना जरूरी है.

वजाइना में गांठ का इलाज
1. बिना दर्द वाली, छोटी गांठअगर सिस्ट छोटा है और लक्षण नहीं हैं, तो अक्सर इलाज की जरूरत नहीं होती, सिर्फ मॉनिटरिंग की जाती है.
2. दर्द या डिसकंफर्ट होने परगर्म पानी का Sitz Bath: दिन में 2-3 बार 10-15 मिनट बैठने से सिस्ट का साइज कम हो सकता है और दर्द घट सकता है.
3. इंफेक्श या पस होने परडॉक्टर एंटीबायोटिक्स देते हैं और जरुरत पड़ने पर सर्जरी से पस निकालते हैं.
4. बार-बार बनने वाली या बड़ी सिस्टMarsupialization Surgery: सिस्ट को खोलकर उसके निकलने का रास्ता स्थायी रूप से बनाया जाता है.
5. पूरा सिस्ट हटाना (Cyst Excision): अगर सिस्ट बार-बार परेशान कर रहा है.
6. रेयर मामलों में कैंसर होने परकैंसर ट्रीटमेंट जैसे सर्जरी, रेडिएशन या कीमोथेरेपी की जरूरत होती है.
 
क्या वेजाइनल सिस्ट कैंसर की वजह से बन सकता है?ज्यादातर वेजाइनल सिस्ट कैंसर पैदा करने वाले नहीं होते और इनमें कैंसर बनने की संभावना बेहद कम होती है. हालांकि, कुछ रेयर मामलों में वजाइना या वुल्वा का कैंसर गांठ के रूप में दिखाई दे सकता है. HPV इंफेक्श और बढ़ती उम्र कैंसर के रिस्क हो सकते हैं. इसलिए, अगर गांठ तेजी से बढ़ रही हो, सख्त हो, खून निकल रहा हो, दर्द ना हो लेकिन शेप बदल रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
वेजाइनल सिस्ट से कैसे बचें?
1. पर्सनल हाइजीन मेंटेन रखें: रोज साफ पानी से वजाइना धोएं, लेकिन हार्श साबुन से बचें.
2. सेफ सेक्स: STI से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करें. मल्टीपल पार्टनर से फिजिकल रिलेशन न बनाएं.
3. साफ और सूखा अंडरगार्मेंट पहनें: कॉटन के अंडरवियर बेहतर हैं.
4. किसी भी गांठ या बदलाव को नजरअंदाज न करें: तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं.
5. गायनेकोलॉजिस्ट से चेकअप (Gynecological Check-up): खासकर 30 साल के बाद और अगर आप सेक्सुअली एक्टिव हैं, तो चेकअप कराते रहें

इस बात को समझेंवजाइना में गांठ ज्यादातर मामलों में हार्मलेस और इलाज के लायक होते हैं, लेकिन ये कभी-कभी संक्रमण या दुर्लभ स्थिति में कैंसर का संकेत भी हो सकती है. इसीलिए इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. समय पर डायग्नोसिस और सही इलाज से न केवल परेशानी दूर होती है, बल्कि गंभीर बीमारियों का खतरा भी टल जाता है. महिलाओं को अपने शरीर के बदलावों पर ध्यान देना और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहद जरूरी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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