नई दिल्ली: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को रविवार को यहां खिताबी मुकाबले में दक्षिण कोरिया की आन सियोंग से सीधे गेम में हारने के कारण बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स में रजत पदक से संतोष करना पड़ा. मौजूदा विश्व चैंपियन सिंधु के पास विश्व में छठे नंबर की कोरियाई खिलाड़ी के खेल का कोई जवाब नहीं था और वह आसानी से 16-21, 12-21 से हार गई.
खिताब से चूंकी सिंधु
इस कोरियाई खिलाड़ी के खिलाफ सिंधु की तीन मैचों में तीसरी हार है और इन सभी मैचों का नतीजा सीधे गेम में निकला. सियोंग ने नेट पर बेहतरीन खेल दिखाया और बेसलाइन पर भी अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने 39 मिनट तक चले मैच में दो बार की ओलंपिक पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी को किसी भी समय वापसी का मौका नहीं दिया. सियोंग ने इससे पहले इंडोनेशिया मास्टर्स और इंडोनेशिया ओपन के खिताब जीते थे. उन्होंने अक्टूबर में डेनमार्क ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी सिंधु को हराया था.
2018 में जीता था खिताब
यह तीसरा अवसर था जबकि सिंधु टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी. वह 2018 में खिताब जीतकर यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय बनी थी. सिंधु में फाइनल में हार के बाद कहा, ‘यह अच्छा मुकाबला था. सियोंग बेहतरीन खिलाड़ी है इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह आसान होने वाला था. मैं एक कड़े मुकाबले के लिए तैयार थी.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे शुरू से ही उसे बढ़त बनाने का मौका नहीं देना चाहिए था क्योंकि अंत में मैं अंको के अंतर को कम करने में सफल रही. यह थोड़ा निराशाजनक है लेकिन बहुत कुछ सीखने को मिला.’
इस 26 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘बाली में तीन सप्ताह अच्छे रहे. यहां से कई सकारात्मक चीजों के साथ लौटने की कोशिश करुंगी और तरोताजा होकर विश्व चैम्पियनशिप की तैयारी करुंगी.’ कोरिया की 19 साल की खिलाड़ी के खिलाफ सिंधु एक बार फिर असहज नजर आई. वह अपने आक्रामक खेल को आगे नहीं बढ़ा सकी और ना ही पूरे कोर्ट का इस्तेमाल कर सकी. सियोंग ने नेट का शानदार इस्तेमाल किया और शटल पर बेहतर प्रहार से उसने सिंधु की योजना को विफल कर दिया. उन्होंने मैच के दौरान कई मौकों पर डाइव लगाकर अंक बचाए.
लय में नहीं थीं सिंधु
मैच की शुरुआत में ही सिंधु 0-4 से पिछड़ गई थी. सिंधु ने वापसी की कोशिश की लेकिन कोरिया की खिलाड़ी ने उन्हें एक बार में कई अंक बटोरने का मौका नहीं दिया. सियोंग ने अपनी बढ़त को 16-8 किया और सिंधु ने वापसी करते हुए इस अंतर को कम किया लेकिन वह कोरिया की खिलाड़ी को 21-16 से गेम जीतने से नहीं रोक पाई. सिंधु ने दूसरे गेम में अच्छी शुरुआत की वह मैच में पहली बार मैच में 5-4 की बढ़त हासिल करने में सफल रही. लेकिन सियोंग ने शानदार वापसी की 10-6 की बढ़त हासिल कर ली. वह लंबी रैलियों के सहारे सिंधु को कठिन चुनौती दे रही थी. ब्रेक के समय उसके पास 11-8 की बढ़त थी. उसने ब्रेक के बाद लगातार चार अंक जुटाकर अपनी बढ़त को 15-8 कर ली.
ISRO completes qualification tests of drogue parachutes critical for Gaganyaan crew module
They explained that the deployment of the drogue parachutes is a crucial part of the system, as these…

