29 जून 2024… यह वो दिन था, जब भारत ने 17 साल बाद अपने दूसरे टी20 वर्ल्ड कप खिताब पर कब्जा किया था. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने वो करिश्मा कर दिखाया, जिसका टीम इंडिया के करोड़ों फैंस को लंबे समय से इंतजार था. भारत ने 29 जून 2024 को वेस्टइंडीज की धरती पर बारबाडोस में दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती थी. भारत ने इससे पहले 24 सितंबर 2007 को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में अपना पहला टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. भारत को साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप का पहला खिताब जीतने के बाद दूसरा टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने में 17 साल लग गए.
टीम इंडिया ने रचा इतिहास
रोहित शर्मा की कप्तानी पर काफी सवाल उठ रहे थे और लोग बातें कर रहे थे कि भारत 2013 चैपियंस ट्रॉफी के बाद क्या कोई भी ICC का खिताब जीत सकता है. रोहित शर्मा अपनी कप्तानी में इससे पहले टी20 वर्ल्ड कप 2022 और वनडे वर्ल्ड कप 2023 की ट्रॉफी जीतने का मौका गंवा चुके थे, लेकिन उन्होंने फिर भी हार नहीं मानी. रोहित शर्मा ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीतकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. 29 जून 2024 को भारत ने बारबाडोस में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर अपने 11 साल से चले आ रहे ICC खिताब के सूखे को खत्म किया था.
(@BCCI) June 28, 2025
भारत ने 17 साल बाद जीता टी20 वर्ल्ड कप
ICC खिताब के लिए भारत का 11 साल का लंबा इंतजार विराट कोहली के बल्ले से निकली आग और रोहित शर्मा की ‘कूल’ कप्तानी के दम पर खत्म हुआ जब साउथ अफ्रीका को बेहद रोमांचक मैच में 7 रन से हराकर सितारों से सजी इस टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीत लिया. बता दें कि पिछले साल 19 नवंबर 2023 को अहमदाबाद में अधूरा रहा सपना आखिरकार वेस्टइंडीज में पूरा हुआ तो रोहित की टीम के साथ टीवी के आगे नजरें गड़ाए बैठे भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की आंखें भी छलछला गई. जीत के हीरो रहे विराट कोहली ने फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने के साथ ही टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
विराट, रोहित और जडेजा ने लिया T20I से संन्यास
विराट कोहली के बाद कप्तान रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने भी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. भारत, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ही ऐसे देश हैं, जिन्होंने 2 बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती है. अभी तक सिर्फ 6 देशों ने ही टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता है. भारत (2 बार), पाकिस्तान (1 बार), इंग्लैंड (2 बार), वेस्टइंडीज (2 बार), श्रीलंका (1 बार) और ऑस्ट्रेलिया (1 बार) ने टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीतने का कमाल किया है. भारत ने सबसे पहले साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती थी. इसके बाद पाकिस्तान ने साल 2009 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. इंग्लैंड की टीम ने बाजी मारते हुए साल 2010 में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती.
कौन कब बना टी20 वर्ल्ड कप का विजेता?
वेस्टइंडीज ने इसके बाद साल 2012 में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. श्रीलंका ने साल 2014 में भारत का सपना तोड़ते हुए टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता. वेस्टइंडीज ने इसके बाद साल 2016 में दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर अपना इकलौता टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता. इसके बाद इंग्लैंड ने साल 2022 में दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. वहीं, भारत ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीतने का कमाल किया है.
विराट कोहली ने टीम को संकट से निकाला
बता दें कि विराट कोहली और अक्षर पटेल ने भारत को 20 ओवर में 7 विकेट पर 176 रन तक पहुंचाया. भारत ने एक समय पांचवें ओवर में तीन विकेट सिर्फ 34 रन पर गंवा दिए थे. इसके बाद अक्षर पटेल (31 गेंद में 47 रन ) और विराट कोहली (59 गेंद में 76 रन ) ने टीम को संकट से निकाला. जवाब में हेनरिच क्लासेन (27 गेंद में 52 रन ) ने एक समय दक्षिण अफ्रीका को जीत के करीब पहुंचा दिया था, लेकिन भारत ने हार की कगार पर पहुंचकर जीत दर्ज की. हार्दिक पंड्या ने आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 16 रन नहीं बनाने दिए. दक्षिण अफ्रीका की टीम आठ विकेट पर 169 रन ही बना सकी.
सूर्यकुमार यादव ने जीत सुनिश्चित कर दी
भारतीय तेज गेंदबाजों ने दो शुरुआती विकेट जल्दी निकाले जिसके बाद क्विंटन डि कॉक (31 गेंद में 39 रन ) और ट्रिस्टन स्टब्स ( 27 गेंद में 52 रन ) ने 58 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका को मैच में लौटाया. रोहित ने 15वें ओवर में अक्षर को गेंद सौंपी जिसमें क्लासेन ने दो छक्के और दो चौके जड़ डाले. ऐसा लगने लगा था कि भारत की जद से मैच निकल चुका है, लेकिन जब आखिरी छह गेंद में 16 रन चाहिए थे, तब सूर्यकुमार यादव ने लॉन्ग ऑफ सीमा पर डेविड मिलर का अद्भुत रिले कैच लपककर जीत सुनिश्चित कर दी.