कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती: राजकीय पक्षी सारस के संरक्षण के लिए सरकार द्वारा कई प्रकार के नियम कानून बनाएं गए हैं. सारस को पालना उनको कैद करना भी सख्त मना है. जिससे सारसों की संख्या में वृद्धि हो सके और वह खुले में आराम से रह सके, लेकिन पिछले दिनों सरसों की संख्या को लेकर कराएं गए एक सर्वे में बस्ती जनपद का आंकड़ा काफी निराशाजनक रहा. यहां पर सारस की संख्या में घटोत्री हुई है. वहीं बस्ती वृत्त (मण्डल) में सारसों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जो संतोषदायक है.

वन विभाग द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं, स्कूली बच्चों सहित अन्य संस्थानों की मदद से कराएं गए एक सर्वे में ये बात निकल के सामने आई है कि 2022 के सर्वे में जहां बस्ती वृत्त में 977 सारस मिले थे तो वहीं 2023 में इसकी संख्या बढ़कर 1259 हो गई जो एक तरह से खुशखबरी है. जहां संतकबीर नगर और सिद्धार्थनगर में सारस पक्षियों की संख्या बढ़ी है. बस्ती जनपद में इसकी संख्या घट गई, बस्ती वृत्त के बस्ती जनपद में 2022 की ग्रीष्मकालीन सर्वे में जहां सरस की संख्या 98 वयस्क और एक बच्चे को लेकर कुल 99 सारस थे.

पिछले साल 603 सारस पाए गए थेसंतकबीरनगर 251 वयस्क और 24 बच्चें सहित कुल 275 सारस, सिद्धार्थनगर जनपद में 457 वयस्क और 146 बच्चे सहित कुल 603 सारस पाए गए थे तो वहीं 2023 में हुए ग्रीष्मकालीन सर्वे में बस्ती जनपद में 88 वयस्क और 9 बच्चे लेकर कुल 97 सारस पाए गए जो पिछले साल के तुलना में दो सारस कम हैं. संतकबीरनगर में 442 वयस्क और 83 बच्चें सहित 525 सारस, सिद्धार्थनगर में 515 वयस्क और 122 बच्चें सहित कुल 637 सारस मिले हैं.

सारस पक्षियों की संख्या में हुआ इजाफावन संरक्षक बस्ती वृत्त डॉ. अनिरूद्ध पाण्डेय ने बताया कि सारस एक निश्चित स्थान पर नहीं रुकते हैं. इन्हें जहां बेहतर हैबिटैट मिलता है वहां वो पहुंच जाते हैं इसलिए ये आंकड़े आस-पास के जनपदों में घटते-बढ़ते हैं. बहरहाल बस्ती वृत्त में सारसों की संख्या में इजाफा हुआ है जो एक शुभ संकेत है.
.Tags: Basti news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : July 30, 2023, 19:32 IST



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