Last Updated:July 11, 2025, 11:00 IST
पशुओं को बरसात में मक्खियों से बचने के लिए पशु शाला की सफाई अच्छे से करते रहे. वहीं पशुओं को मक्खियों से दूर रखने के लिए कुछ देसी जुगाड़ पहले से किए जाते रहे हैं जैसे की गोबर के उपले को जलाकर के उसके ऊपर नीम …और पढ़ेंबरसात का मौसम चल रहा है. बरसात के मौसम में मक्खी, मच्छर ज्यादा बढ़ जाते हैं. इंसान के साथ-साथ मक्खिया पशुओं को भी काफी परेशान करती है. बीमारी का कारण भी बनती है. बरसात के मौसम में नमी बनी रहती है और नमी के कारण मक्खियों पशुओं के ऊपर बैठकर उनकी त्वचा में जख्म बना देती है. जिससे धीरे-धीरे जख्म बढ़ता है पशु बीमार होने लगता है. दूध का उत्पादन गिरने लगता है. कुछ जागरूक पशुपालक इन मक्खियों को भगाने के लिए विभिन्न तरह के नुस्खे का इस्तेमाल करते हैं. कुछ पशुपालकों को पुराने देसी नुस्खों की जानकारी नहीं है. आपके पशु मक्खी, मच्छरों से है परेशान तो इन देसी नुस्खों का करें इस्तेमाल.
आज हम आपको ऐसे पुराने देसी नुस्खे बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल करने से आपकी पशु डेरी में एक भी मक्खी नजर नहीं आएगी. पशु स्वस्थ रहेगा. दूध का उत्पादन भी प्रभावित नहीं होगा. हमारे पहले बड़े बुजुर्ग अपने पशु डेरियों में नीम के तेल का छिड़काव, उपले को जलाकर के नीम, अजवाइन को डाल करके धुंआ कर दिया करते थे जिससे मक्खी तुरंत भाग जाया करती थी. इतना ही नहीं तुलसी, कपूर के अर्क का छिड़काव भी किया करते थे जिसकी गंध से मक्खिया पशुओं के पास नहीं आती थी. इन चीजों का इस्तेमाल करने से मक्खियों के साथ-साथ मच्छर भी पास नहीं भटकते.
गोबर को हटाते रहना चाहिए
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी व प्रोफेसर डॉक्टर आई.के कुशवाहा ने लोकल 18 से कहा कि जो जागरूक पशुपालक है. वह अपने पशुओं के आसपास अच्छे से साफ सफाई रखते हैं. लेकिन बरसात के मौसम में पशुओं के पास ज्यादा गंदगी रहने से पशु बीमार हो जाते हैं. दूध भी कम हो जाता है. इसलिए बरसात के मौसम में समय-समय पर पशुओं के पास से गोबर को हटाते रहना चाहिए. गंदे पानी की निकासी का रास्ता होना चाहिए. बरसात के मौसम में नमी होने के कारण मक्खी पशुओं के ऊपर बैठ जाती है और पशु में जख्म पैदा कर देती है.
नीम की पत्तियां जलाकर भगायें मक्खियांपहली बात तो यह है कि पशुओं को बरसात में मक्खियों से बचने के लिए पशु शाला की सफाई अच्छे से करते रहे. वहीं पशुओं को मक्खियों से दूर रखने के लिए कुछ देसी जुगाड़ पहले से किए जाते रहे हैं जैसे की गोबर के उपले को जलाकर के उसके ऊपर नीम की पत्तियां, अजवाइन डालकर धुंआ दे सकते है. इसके अतिरिक्त उपले पर संतरे के छिलके को भी जला सकते हैं. इसके धुएं से मक्खियां तुरंत भाग जाती है. इसके अलावा आप पशु डेयरी में छिड़काव भी कर सकते हैं जैसे कि नीम के तेल का छिड़काव, कपूर के अर्क का छिड़काव भी कर सकते हैं. तुलसी के अर्क का छिड़काव भी कर सकते हैं. फिर सेब का सिरका किसी बर्तन में डाल करके वहां पर रख दे जोकि मक्खियों को आकर्षित करता है. मक्खी उसमें डूब कर मर जाती है. ऐसी चीजों का छिड़काव या इस्तेमाल करने से मक्खिया तुरंत भाग जाती है.Location :Saharanpur,Uttar Pradeshhomeagricultureबरसात में गाय-भैंसों के पास नहीं भटकेंगे मक्खी-मच्छर,ये देसी जुगाड़ 100% कारगर