रामगंगा तीर्थ स्थल पर आयोजित कार्तिक महीने के रामगंगा स्नान का भव्य आयोजन आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अवसर है. कार्तिक पूर्णिमा से पहले नवंबर के महीने में यह आयोजन किया जाता है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु रामगंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं और अपनी मनवाचित इच्छाओं को पूरा करने के लिए मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए दिखाई देते हैं।
रामगंगा नदी के तट पर श्रद्धालु अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हैं, जिसमें वे अपने पापों की क्षमा मांगते हैं और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रार्थना करते हैं. इस अवसर पर श्रद्धालु अपने घरों से लेकर रामगंगा तीर्थ स्थल तक एक बड़े जुलूस के रूप में पहुंचते हैं, जिसमें वे अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए दिखाई देते हैं।
रामगंगा स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है, जिसमें वे अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए दिखाई देते हैं. इस अवसर पर श्रद्धालु अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए अपने पापों की क्षमा मांगते हैं और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रार्थना करते हैं।
कार्तिक महीने के रामगंगा स्नान का आयोजन एक पवित्र अवसर है, जिसमें श्रद्धालु अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए दिखाई देते हैं. इस अवसर पर श्रद्धालु अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए अपने पापों की क्षमा मांगते हैं और अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए प्रार्थना करते हैं।
इस प्रकार, कार्तिक महीने के रामगंगा स्नान का आयोजन एक पवित्र अवसर है, जिसमें श्रद्धालु अपने परिवार के साथ एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए दिखाई देते हैं.

