Jal Brahmi Benefits: जल ब्राह्मी आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल हो रही है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, ब्राह्मी एक एडाप्टोजेन है, जो शरीर और दिमाग को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से उबरने में मदद कर सकता है. इसके अलावा, यह कई लाभ प्रदान करने के लिए जाना जाता है. आयुर्वेदिक एडाप्टोजेन, मेमोरी बढ़ाने वाले और स्ट्रेस दूर करने वाले प्रोडक्ट्स में शामिल है.
जल ब्राह्मी के फायदेएडाप्टोजेन्स ऐसे नेचुरल पदार्थ हैं, जो जड़ी-बूटियों या कुछ खास पौधों से मिलते हैं. ये हमारे शरीर और दिमाग को स्ट्रेसफुल स्थितियों में बैलेंस रखने में मदद करते हैं. जब हम स्ट्रेस में होते हैं, तो शरीर में थकान होना, चिंता या कमजोरी आम सी बात बन जाती है. एडाप्टोजेन्स इस रिएक्शन को कंट्रोल करते हैं, ताकि स्ट्रेस का असर कम हो और शरीर बिना नुकसान के नई परिस्थितियों में ढल सके. ऐसे में जल ब्राह्मी शरीर और दिमाग को स्ट्रेसफुल या नई परिस्थितियों में ढलने में मदद करती है. जैसे कि परीक्षा का दबाव, काम का तनाव, या कोई नई चुनौती, ब्राह्मी शांत और बैलेंस रखने में मददगार है.
ब्रेन पावर बढ़ाने मददगार है जल ब्राह्मीजल ब्राह्मी को सबसे ज्यादा ब्रेन पावर बढ़ाने के लिए जाना जाता है. यह याददाश्त, एकाग्रता और सीखने की क्षमता को बेहतर करता है. चाहे आप स्टूडेंट हों, जो पढ़ाई में ध्यान लगाना चाहते हों, या बुजुर्ग जो अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी समस्याओं से बचना चाहते हों, यह बूटी आपके लिए वरदान है. इसमें नेचुरल एंटी-डिप्रेसेंट गुण स्ट्रेस और चिंता को कम करते हैं, साथ ही बेहतर नींद भी आती है.
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है जल ब्राह्मीयह छोटा-सा पौधा दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है. यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और हार्ट की क्षमता को बढ़ाता है. इसके अलावा, जल ब्राह्मी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण ज्वाइंट पेन और सूजन को कम करने में कारगर हैं. अगर आप गठिया या मसल्स पेन से परेशान हैं, तो इस बूटी का इस्तेमाल आपको राहत दे सकता है.
बच्चों के मेंटल डेवलपमेंट में मददगार है जल ब्राह्मीजल ब्राह्मी बच्चों के मेंटल डेवलपमेंट में भी मदद करती है. बोलने में देरी या याददाश्त की कमजोरी जैसे मामलों में इसका इस्तेमाल फायदेमंद है. साथ ही, स्किन की समस्याओं जैसे जलन, फोड़े-फुंसी या रैशेज के लिए इसका पेस्ट बनाकर लगाया जा सकता है.
जल ब्राह्मी को इस्तेमाल करें?जल ब्राह्मी को कई रूपों में इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी पत्तियों का काढ़ा या चाय बनाकर पी सकते हैं. ब्राह्मी तेल से सिर की मालिश करने से दिमाग को सुकून मिलता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सलाह है कि इसका इस्तेमाल शुरू करने से पहले किसी वैद्य या डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.–आईएएनएस
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.