Top Stories

एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को बढ़त देने वाली खबर, बीजेडी और बीआरएस ने उपराष्ट्रपति चुनाव से विराम लेने का फैसला किया

ओडिशा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई है। बीजेडी के नेता प्रताप सारंगी ने कहा है कि उनकी पार्टी ने एनडीए और इंडिया ब्लॉक दोनों से बराबर दूरी बनाए रखी है। उन्होंने कहा, “हमारी पूरी कोशिश राज्य के विकास और 4.5 करोड़ लोगों के कल्याण के लिए है।”

हालांकि, कांग्रेस ने कहा है कि यह निर्णय एनडीए के उम्मीदवार को अनजाने में मदद करेगा। कांग्रेस के नेता स्पटगिरी उलका ने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि नवीन बाबू अपनी पार्टी का फैसला फिर से विचार करेंगे। इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी कांग्रेस के नेता नहीं हैं। वह एक प्रतिष्ठित न्यायविद हैं जिन्हें कांग्रेस और अन्य लोग समर्थन दे रहे हैं। अगर बीजेडी के सांसद उन्हें वोट देते हैं, तो इससे पार्टी की नीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। अभी भी समय है कि वे फिर से विचार करें।”

ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा, “वोटिंग से बचना मतलब बीजेपी को समर्थन देना है। यह एक अवसर था कि बीजेडी दिखा सके कि वह सांध्य समूह के विरोधी हैं।”

दास ने कहा, “बीजेडी के निर्णय से बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन को ‘गुप्त समर्थन’ मिलेगा।” उन्होंने कहा, “इस निर्णय से नवीन पटनायक एक बार फिर से दिखा दिया है कि बीजेडी और बीजेपी एक हैं। हमें पहले से ही कहा था कि ओडिशा में वास्तविक विपक्ष कांग्रेस है, न कि बीजेडी।”

बीजेडी के सांसदों ने 2012 में भी उपराष्ट्रपति चुनावों में वोटिंग से बचा था। बीजेडी के पास राज्यसभा में सात सांसद और लोकसभा में कोई सांसद नहीं है। दोनों सदनों के सांसदों को उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग का अधिकार है। एनडीए के पास लोकसभा में 293 सांसद और राज्यसभा में 129 सदस्य हैं और वह एक स्पष्ट बहुमत रखते हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव 21 जुलाई को जगदीप धनखर के इस्तीफे के बाद हो रहे हैं।

You Missed

Will retire from politics if JD(U) wins more than 25 seats in upcoming Bihar Assembly polls, says Prashant Kishor
Top StoriesSep 8, 2025

बिहार विधानसभा चुनावों में जेडीयू को 25 से अधिक सीटें मिले तो मैं राजनीति से सेवानिवृत्त हो जाऊंगा, प्रशांत किशोर ने कहा

किशोर ने वर्मा की तुलना ‘सड़क पर चलने वाले कुत्ते’ से की और कहा कि हर किसी को…

authorimg
Uttar PradeshSep 8, 2025

कन्नौज समाचार: मीठा हो या नमकीन, कन्नौज का इत्र हर व्यंजन में लाता है लाजवाब स्वाद और खुशबू का जादू!

कन्नौज: उत्तर प्रदेश का इत्र नगरी के नाम से मशहूर शहर, सिर्फ अपनी खुशबू के लिए ही नहीं…

Scroll to Top