उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की सेहत को बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं है. विशेषकर 50 साल के बाद, हड्डियों में कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य समस्याएं आम हो जाती हैं.
ऐसे में सही पोषण बहुत जरूरी हो जाता है. हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए डाइट में कौन से फूड्स शामिल करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, यहां आप जान सकते हैं-
दूध और डेयरी प्रोडक्ट
दूध और डेयरी उत्पाद जैसे दही और पनीर कैल्शियम के बेहतरीन स्रोत हैं, और कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक है. इसके अलावा, डेयरी उत्पादों में विटामिन D भी होता है, जो कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है. अगर आप डेयरी का सेवन नहीं करते हैं, तो सोया दूध या बादाम का दूध जैसे विकल्प भी अच्छे हैं.
इसे भी पढ़ें- दूध नहीं पसंद तो इन 5 फूड्स की मदद से हड्डियों में भरें कैल्शियम, बुढ़ापे तक रहेगी मजबूती
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, सरसों, और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन K, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होती हैं. ये पोषक तत्व हड्डियों की संरचना को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. विटामिन K हड्डियों के स्वस्थ निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
ब्रोकली
ब्रोकली न केवल एक सुपरफूड है, बल्कि यह हड्डियों के लिए भी बहुत फायदेमंद है. इसमें कैल्शियम, विटामिन K और फोलेट की मात्रा अधिक होती है. ब्रोकली का सेवन हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में मदद करता है.
नट्स और बीज
बादाम, अखरोट, चिया बीज, और तिल के बीज हड्डियों के लिए आवश्यक कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. इनमें कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड, और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है. रोजाना एक मुट्ठी नट्स का सेवन करने से हड्डियों की सेहत में सुधार होता है.
मछली
सामन, सार्डिन, और ट्राउट जैसी मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन D का अच्छा स्रोत होती हैं. विटामिन D हड्डियों के लिए बेहद आवश्यक है क्योंकि यह कैल्शियम के अवशोषण में सहायता करता है. सप्ताह में दो बार मछली का सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है.
इसे भी पढ़ें- बिना सप्लीमेंट्स फूड्स की मदद से हड्डियों में भरना है कैल्शियम, तो न होने दें विटामिन डी की कमी, फॉलो करें ये टिप्स
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
Thackerays have joined hands after 20 years, but many challenges loom on the road to the BMC
Divided Marathi voters against consolidated Gujarati, Marwari and North Indian voters: In Mumbai, there are more than 150…

