सौहार्दपूर्ण क्षेत्र में गायब हुए दो पैरा-कमांडोज़ की तलाश में सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर खोज और तलाश अभियान शुरू किया है। यह अभियान मंगलवार से शुरू हुआ था और यह अभियान गाडोले के घने जंगली क्षेत्र में चल रहा है। इस अभियान के साथ-साथ किशवार जिले से भी एक बड़े पैमाने पर खोज और तलाश अभियान शुरू किया गया है। सेना ने ड्रोन, यूवी और हेलिकॉप्टर का उपयोग करके गायब हुए पैरा-कमांडोज़ की तलाश में मदद करने के लिए काम किया है।
गाडोले जंगली क्षेत्र का इलाका जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी भाग को किश्तवार और डोडा जिलों से जोड़ता है। हालांकि सुरक्षा बलों ने दो पैरा-कमांडोज़ की गायबी के मामले में आतंकवादी संबंध को खारिज कर दिया है, लेकिन गायब हुए दोनों कमांडोज़ का इलाका कई आतंकवादी अभियानों का साक्षी रहा है। इनमें से एक अभियान सितंबर 2023 में हुआ था, जिसमें कॉलनेल मनप्रीत सिंह, 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर, मेजर आशीष धोंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट, और सैनिक प्रदीप कुमार शहीद हुए थे। इस हफ्ते के दौरान चले आतंकवादी अभियान में एक प्रमुख लश्कर कमांडर की भी मौत हुई थी।
सुरक्षा बलों ने गायब हुए दोनों कमांडोज़ की तलाश में कई दिनों से जंगली इलाके में खोज और तलाश अभियान चलाया है। इस अभियान में सेना के जवान, पुलिस और पैरा-मिलिशिया के जवान शामिल हैं। सुरक्षा बलों ने गायब हुए कमांडोज़ की तलाश में कई दिनों से जंगली इलाके में खोज और तलाश अभियान चलाया है। इस अभियान में सेना के जवान, पुलिस और पैरा-मिलिशिया के जवान शामिल हैं।
इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने कई दिनों से जंगली इलाके में खोज और तलाश की है। इस अभियान में सेना के जवान, पुलिस और पैरा-मिलिशिया के जवान शामिल हैं। सुरक्षा बलों ने गायब हुए कमांडोज़ की तलाश में कई दिनों से जंगली इलाके में खोज और तलाश अभियान चलाया है। इस अभियान में सेना के जवान, पुलिस और पैरा-मिलिशिया के जवान शामिल हैं।
सुरक्षा बलों ने गायब हुए कमांडोज़ की तलाश में कई दिनों से जंगली इलाके में खोज और तलाश अभियान चलाया है। इस अभियान में सेना के जवान, पुलिस और पैरा-मिलिशिया के जवान शामिल हैं।