Uttar Pradesh

सपनों का आशियाना बनाने के लिए प्लॉट खरीदना एक बड़ा निर्णय है, लेकिन इसके साथ कई जिम्मेदारियां भी आती हैं। अगर आप भी प्लॉट खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का खास ध्यान रखना जरूरी है। नहीं तो आपको भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

मेरठ में प्लॉट खरीदने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि आपका प्लॉट MDA से अप्रूव है या नहीं।

मेरठ: अगर आप भी अप्रूव-अनअप्रूव कॉलोनियों में प्लॉट लेकर घर बनाने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद खास है। दरअसल, अनअप्रूव कॉलोनियों पर मेरठ विकास प्राधिकरण यानी एमडीए कभी भी ध्वस्तीकरण की कार्यवाही कर सकती है। ऐसे में आपके सपनों का घर कभी भी धूल में मिल सकता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमने मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संजय कुमार मीना से खास बातचीत की।

प्लॉट लेने से पहले इन बातों का रखे ध्यान

मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष संजय कुमार मीना ने कहा कि जो भी लोग मेरठ में जमीन खरीद रहे हैं, उन्हें यह जरूर सुनिश्चित करना चाहिए कि जिस क्षेत्र में वे प्लॉट खरीद रहे हैं, उसका लेआउट MDA से अप्रूव है या नहीं। इसके लिए आप संबंधित विभाग जाकर जानकारी हासिल कर सकते हैं। कई बार लोग ऐसे स्थान पर प्लॉट खरीद लेते हैं जो अनअप्रूव कॉलोनी होती है, जिससे मकान बनाते समय परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

अप्रूव कॉलोनी में भी शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार 20% एरिया बंधक रखा जाता है। इसे कॉलोनी में सड़क, कम्युनिटी हॉल या अन्य सुविधाओं के लिए रखा जाता है। कई बार कॉलोनी वाले इन बंधक प्लॉट्स को बिना रिलीज किए ही बेच देते हैं, जिससे खरीदने वाले को दिक्कत होती है। ऐसे मामलों की जानकारी प्राधिकरण को भी मिलती है। इसलिए बंधक प्लॉट खरीदने से बचें। संबंधित जानकारी के लिए आप विभाग में संपर्क कर सकते हैं।

वेबसाइट पर भी उपलब्ध है जानकारी

संजय कुमार मीना ने बताया कि MDA की वेबसाइट पर अप्रूव और अनअप्रूव कॉलोनियों का पूरा विवरण मौजूद है। आप वेबसाइट विजिट कर यह जान सकते हैं कि जिस कॉलोनी में आप मकान खरीदने जा रहे हैं, वह कॉलोनी किस तरह की है। हालांकि, समय-समय पर इसमें अपडेट और परिवर्तन होते रहते हैं, इसलिए वेबसाइट का नियमित अध्ययन करते रहें।

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