नई दिल्ली. बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में से केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) को दिल्ली कार्यकारिणी मीटिंग (BJP Karyakarini meeting) में बुलाया गया और उनसे राजनीतिक प्रस्ताव पेश करवाया गया. राष्ट्रीय कार्यकारिणी मीटिंग में राजनीतिक प्रस्ताव पेश करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. माना जा रहा है कि इसके मायने बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि बीजेपी (BJP) शासित राज्यों में से केवल योगी ही दिल्ली मीटिंग में शामिल हुए बाक़ी के मुख्यमंत्रियों को वर्चुअली ही जोड़ा गया.
यूपी सहित 5 राज्यों के चुनाव अगले कुछ ही महीनों में संपन्न होने हैं. ऐसे में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी मीटिंग में इन चुनावों की रणनीति पर मंथन हुआ. यूपी में योगी सरकार की वापिसी बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती के साथ-साथ प्रतिष्ठा का भी प्रश्न बना हुआ है. ऐसे में बीजेपी हर उस रणनीति पर फ़ोकस कर रही है जो उसकी चुनावी नैय्या को पार करवा सके. बीजेपी नेतृत्व को लगता है कि पीएम मोदी के साथ साथ सीएम योगी का चेहरा न केवल यूपी बल्कि उत्तराखंड, पंजाब, गोवा में भी सियासी फायदा दिलाने में मदद करेगा.
कई निशाने साधने का काम किया हैसीएम योगी आदित्यनाथ से राजनीतिक प्रस्ताव पेश करवा कर बीजेपी ने एक तीर से कई निशाने साधने का काम किया है. जहां साफ़ कर दिया कि योगी के नेतृत्व में ही बीजेपी यूपी चुनावों में उतरेगी. वहीं, पार्टी के अंदर योगी विरोधियों को भी मैसेज दे दिया गया है कि योगी ही चेहरा होंगे. पार्टी को बूथ मैनेजमेंट तक मज़बूत करने के लिए पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति पर भी ज़ोर दिया गया.
वो हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैंवहीं, राजनीतिक प्रस्ताव योगी द्वारा पेश करने पर केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन ने साफ़ कहा कि योगी आदित्यनाथ देश के सबसे बड़े सूबे को चला रहे हैं और कोरोना काल में योगी ने तेज़ी से जनहित में महत्वपूर्ण काम किया है. रोज़गार भी काफ़ी बड़ी संख्या में दिये हैं और वो हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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