Last Updated:July 21, 2025, 22:21 ISTअब तक आपने सुना होगा कि इंसानों ने मंदिर बनाया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कानपुर में एक ऐसा मंदिर है जिसे भूतों ने बनवाया था.
सावन के महीने में बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है. कानपुर में भगवान शंकर के कई प्राचीन मंदिर है उन्ही में कल्याणपुर के आवास विकास स्थित एक भूतेश्वर मंदिर है. बताया जाता है कि इस मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा है. मान्यता है कि इस प्राचीन मंदिर का निर्माण भूतों ने एक रात में किया था, इसलिए मंदिर का नाम बाबा श्री भूतेश्वर धाम पड़ा. भूतेश्वर मंदिर में श्रावण मास के दिनों में हजारों की संख्या में भक्त महादेव का जलाभिषेक करने के लिए आते हैं. मंदिर के महंत ने बताया कि बाबा श्री भूतेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है. भगवान राम ने जब सीता माता का परित्याग कर दिया था, तब बिठूर निवास के दौरान सीता माता लव और कुश के साथ प्रतिदिन यहां जलाभिषेक करने आती थीं. मुगल शासक औरंगजेब ने इस मंदिर में तोड़फोड़ की थी. इसके प्रमाण भूतेश्वर महादेव मंदिर में टूटी हुई मूर्तियों के अवशेष के रूप में आज भी मौजूद हैं. मंदिर में दो सुरंगे भी थीं, जिसमें से एक रावतपुर क्षेत्र में और दूसरी बिठूर क्षेत्र में खुलती थी. मान्यता है कि ऐसा शिवलिंग पूरे भारतवर्ष में नहीं है. राजा विनायक राव ने कई बार खोदाई कर शिवलिंग के अंतिम छोर का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन शिवलिंग का छोर नहीं मिला. मंदिर में महादेव के साथ शिव परिवार, शनि महाराज, संकट मोचन धाम, राधाकृष्ण, मां भगवती, काली माता और विष्णु भगवान की प्रतिमाएं स्थापित हैं. मंदिर कच्ची मिट्टी के ईंटों से निर्मित है. आज सावन के दूसरे सोमवार को महादेव का जलाभिषेक करने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं.homeuttar-pradeshभूतों ने एक रात में बनाया था शिव मंदिर, औरंगजेब ने किया था हमला