बरेली में जुम्मा की नमाज से पहले प्रशासन और धर्मगुरुओं ने अपील की है कि शांति और भाईचारा बनाए रखें। जहां प्रशासन ने इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं रोककर एहतियात बरती है, वहीं मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने मुसलमानों से सीधा संदेश दिया है कि वे अनुशासित रहें और जिले की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने में सहयोग करें।
बरेली के जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाओं को 48 घंटे के लिए निलंबित कर दिया है। यह आदेश 2 अक्टूबर 2025 को शाम 3 बजे से लागू होकर 4 अक्टूबर 2025 को शाम 3 बजे तक प्रभावी रहेगा। इस बीच जुम्मा की नमाज से पहले मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने मुसलमानों से अपील की है कि वे अमन-चैन कायम रखें, भीड़ का हिस्सा न बनें और जिले की शांति व्यवस्था को बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।
48 घंटे तक इंटरनेट सेवाएं ठप गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि जिले की शांति और सुरक्षा को देखते हुए मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाओं को बंद करना जरूरी हो गया है। अफसरों का मानना है कि इस तरह की सेवाओं का दुरुपयोग कर अफवाहें फैलाई जा सकती हैं, जो माहौल को बिगाड़ सकती हैं। यही वजह है कि यह फैसला लिया गया है।
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने जुम्मा की नमाज से पहले मुसलमानों से शांति और अनुशासन बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी मुसलमान बड़े ही एहतराम से नमाज अदा करें और सीधे अपने घर लौट जाएं। उन्होंने खासतौर पर युवाओं और बच्चों के माता-पिता से आग्रह किया कि वे उन्हें किसी भी संगठन या भीड़ का हिस्सा बनने से रोकें।
बहकावे में न आएं, कानून व्यवस्था का करें सम्मान मौलाना ने कहा कि मुसलमानों को किसी भी व्यक्ति या संगठन के बहकावे में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय जरूरत है कि समाज मिलकर प्रशासन का सहयोग करे और जिले की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए। उनका कहना था कि धर्म के नाम पर भीड़ का हिस्सा बनना किसी भी तरह से सही नहीं है।
समाज में शांति का संदेश मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने अपने संदेश में मुसलमानों से अमन-चैन और भाईचारा बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस्लाम हमेशा शांति और भाईचारे का पैगाम देता है। ऐसे में हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने आचरण से समाज में शांति कायम रखे।
प्रशासन की अपील प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे इंटरनेट बंदी के दौरान अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही किसी तरह की गलत जानकारी फैलाएं। यह कदम केवल जिले की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया है।

