आशीष त्यागी/बागपत: अब किसान आम की फसल की तैयारी में लग गए हैं. लगभग 120 दिन तक चलने वाले आम के सीजन के शुरुआत होते ही किसानों के चेहरे तो खिले हैं. लेकिन, फूल खराब होने की भी चिंता सता रही है. ऐसे में कृषि वैज्ञानिक ने किसानों को आम के फूल के बचाव साझा किए हैं. मामूली सा उपाय कर किसान अपने आम की फसल को सुरक्षित और इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ा सकते हैं.

कृषि विज्ञान केंद्र खेकड़ा बागपत के वैज्ञानिक शिवम सिंह ने बताया कि आम के पेड़ों पर फूल आना शुरू हो गए हैं. आम के पेड़ के फूल को कुछ जगह बोर और कुछ जगह मोल कहा जाता है. फूलों के कुछ दिन बाद ही आम पर फल आना शुरू हो जाते हैं. लेकिन, बदलते मौसम के दुष्प्रभाव आम के फूल पर पड़ने लगते हैं. फिलहाल, बरसात और ओलावृष्टि के बाद फसल में कीट लगने और उसके झुलसने की संभावना अधिक बढ़ जाती है. ऐसे में किसान अपनी फसल का पूर्ण रूप से ध्यान रखें. उस पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करते रहें. ऐसे में झुलसा रोग और फूलों के ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है.

बदलता मौसम कर रहा फसल को प्रभावितफूल पर झुलसा रोग देखने पर उसमें कार्बेंडाजिम  के साथ मैंकोजेब या प्रोपिनेब का 2 ग्राम प्रति लीटर पानी अथवा ट्राईफ्लॉक्सीस्ट्रोबिन के साथ  टेबूकोनाजोल का 0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी मिलाकर उस पर छिड़काव करें. फसल में कीट दिखने पर मोनोक्रोटोफोस या लेम्डा साइलोथ्रिन या क्वीनालफॉस का 1 से 1.5 मिली प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करना चाहिए.

किसानों को हो सकता है खासा मुनाफाआम की खेती में फूलों से फल लगने तक कई कीट व रोग नुकसान पहुंचाते हैं, जिसका असर आम उत्पादन पर पड़ता है. कृषि वैज्ञानिक शिवम सिंह ने बताया कि इस प्रकार से फसल का पूर्ण रूप से बचाव किया जा सकता है और उत्पादन क्षमता भी अधिक हो जाती है. किसानों को लगातार अपने पेड़ों पर नजर बनाए रखनी है. और कहीं भी झुलसा या कट दिखने पर तुरंत इसका प्रबंध करें. किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए खेकड़ा कृषि विज्ञान केंद्र पर निशुल्क संपर्क कर सकते हैं.
.Tags: Baghpat news, Local18FIRST PUBLISHED : March 8, 2024, 19:09 IST



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