बढ़ी तोंद करना चाहते हैं अंदर, आज से अपना लें 6-6-6 का वॉकिंग फॉर्मूला; कम होगा हार्ट अटैक का खतरा

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बढ़ी तोंद करना चाहते हैं अंदर, आज से अपना लें 6-6-6 का वॉकिंग फॉर्मूला; कम होगा हार्ट अटैक का खतरा



How to Walk for Weight Loss: क्या आप अपने बढ़े वजन से परेशान हैं? पेट की लटकती चर्बी आपके आत्मविश्वास को कमजोर कर रही है तो आपको सजग हो जाना चाहिए. असल में बढ़ता मोटापा अपने साथ डायबिटीज, हाईपरटेंशन, हार्ट अटैक समेत कई बीमारियों को भी साथ लेकर आता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी हाइट के अनुसार वजन को कंट्रोल में रखें. इसके लिए खान-पान को दुरुस्त करना और शारीरिक व्यायाम पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. 
आधे घंटे की बढ़िया वॉक करना जरूरी
हेल्थ एक्सपर्टों के मुताबिक, खुद को फिट रखने के लिए रोजाना करीब आधे घंटे की बढ़िया वॉक करना सही माना जाता है. प्रतिदिन करीब 3500 से ज्यादा कदम चलना न केवल वजन को संतुलित रखता है बल्कि डायबिटीज, मोटापे और हार्ट से जुड़ी बीमारियों को भी कंट्रोल में भी मदद मिलती है. इसके लिए वॉकिंग का 6-6-6 फॉर्मूला सबसे बढ़िया माना जाता है. 
6-6-6 वॉकिंग फॉर्मूला क्या है?
फिटनेस एक्सपर्टों का कहना है कि यह वॉकिंग फॉर्मूला आपके वॉक के लिए बाहर जाने के समय पर आधारित है. इस फॉर्मूले में आप सुबह या शाम 6 बजे 60 मिनट तक चलना शामिल होता है. इसमें शुरुआत में 6 मिनट की वार्म-अप करनी होती है. इसके बाद 60 मिनट की वॉक होती है. फिर वॉक खत्म करके 6 मिनट का कूल डाउन किया जाता है. 
6-6-6 वॉकिंग ट्रेंड से क्या फ़ायदा?
रिपोर्ट के मुताबिक, इस 6-6-6 फॉर्मूले से आप प्रति सप्ताह 150 मिनट से अधिक व्यायाम कर सकते हैं. ऐसा करने से व्यक्ति को बेहतर नींद आती है. साथ ही हार्ट प्रॉब्लम, स्ट्रोक, मधुमेह और कैंसर के जोखिम में कमी आती है. साथ ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. इस फॉर्मूला से हड्डियां मजबूत होती हैं, याद्दाश्त बेहतर होती और अवसाद से बाहर निकलने में मदद मिलती है. साथ ही वजन भी काबू में रहता है. 
आरामदायक कपड़े और जूते पहनें
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, नया वॉकिंग फॉर्मूला अपनाने से पहले आपको आरामदायक कपड़े और जूते पहनने चाहिए. दौड़ते समय छाले से बचने के लिए अपने सबसे लंबे पैर के अंगूठे और जूते के अंत के बीच आधा इंच की जगह छोड़ दें. इस वॉक की शुरुआत एकदम से तेज चाल से नहीं करनी चाहिए. इसके बजाय आप अपनी स्वाभाविक गति से चलना शुरू करें.
शुरुआत और अंत में हल्की स्ट्रेचिंग
जब आपका शरीर धीरे-धीरे गर्म हो जाए तो आप तेज़ गति से चलने की कोशिश कर सकते हैं. थकने से बचने के लिए आप कभी तेज और कभी सामान्य गति से सैर कर सकते हैं. आपको अपने वर्कआउट की शुरुआत और अंत में हल्की स्ट्रेचिंग करनी चाहिए. जिससे आपका शरीर चलने से पहले पूरी तरह से गर्म हो जाएँ और उसके बाद ठंडा हो जाए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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