गाजियाबादः उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम में हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के की लव मैरिज अब विवाद का कारण बन गई है. दोनों ने अपने बचपन के प्यार को शादी का नाम दिया. लेकिन अब बवाल शुरू हो गया है. अकबर खान, जो गाजियाबाद के खोड़ा में अपनी पड़ोसी सोनिका चौहान के साथ स्कूल में पढ़ता था. भले ही दोनों बचपन से साथ थे. लेकिन उन्हें प्यार का एहसास 6 साल पहले हुआ. दोनों ने एक-दूसरे से प्यार का इजहार किया और साल 2022 में 29 अगस्त को पूर्वी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी कर ली. अकबर और सोनिका इंदिरापुर के न्याय खंड में साथ पले-बढ़े थे.
धर्म बना पहचान
24 मई, 2025 को, तीन साल से शादीशुदा अकबर और सोनिका की पहचान उनके धर्म तक सिमट गई. 25 मई को, सोनिका के पिता लक्ष्मण सिंह चौहान ने इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन में अकबर पर अपनी बेटी के अपहरण और गलत तरीके से कैद करने का आरोप लगाया. अगले दिन, पुलिस ने अकबर की दो बहनों, एक भाभी, एक पड़ोसी और फिर अकबर को गिरफ्तार किया. अकबर और उनकी बहनें अभी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि अन्य को एक सप्ताह बाद रिहा कर दिया गया.
दोस्तों और परिवार का बयान
कपल के दोस्तों और अकबर के परिवार का कहना है कि यह रिश्ता उनके लिए कोई आश्चर्य नहीं था. अकबर के दोस्त आशीष बिष्ट ने बताया, “यह एक कॉलोनी रोमांस था. दोनों हमेशा साथ थे. स्कूल के बाद अकबर शाहदरा के श्याम लाल कॉलेज में गया, जबकि सोनिका इंदिरापुरम के विज्ञान विहार स्कूल में पढ़ने लगी. उनका रिश्ता समय के साथ और मजबूत हुआ.’
शादी और पेशेवर जीवन
कॉलेज के बाद, अकबर ने अपने भाई मोहम्मद आरिफ के साथ इंदिरापुरम में जन सेवा केंद्र चलाया, जहां आधार और पैन जैसी चीजें बनती थीं. वहीं सोनिका ने दिल्ली में एक सैलून चेन में काम करने के बाद अकबर की दुकानों के पास अपना ब्यूटी पार्लर खोला. 2022 में उनकी शादी हुई, और अकबर के परिवार ने तस्वीरें शेयर कर दीं, जिनमें सोनिका का भाई साहिल (23) भी दिखाई देता है. हालांकि, सोनिका के पिता का दावा है कि उन्हें शादी की जानकारी 24 मई, 2025 को ही मिली. सोनिका के पिता ने कहा, “मैं अकबर को सिर्फ़ सोनिका के परिचित के रूप में जानता था.”
अंतरधार्मिक विवाद
सोनिका के पिता ने यह नहीं बताया कि उन्हें शादी की जानकारी कैसे मिली. इंदिरापुरम में बजरंग दल और आरएसएस के कार्यकर्ता प्रवीण नागर ने कहा, “23 मई को हमें इस अंतरधार्मिक जोड़े के बारे में पता चला और हम रात 8:30 बजे पुलिस स्टेशन गए.” अगले दिन एफआईआर दर्ज हुई.
अकबर के परिवार का पक्ष
अकबर का परिवार, जो मूल रूप से बिहार के पूर्णिया से है और 40 साल पहले गाजियाबाद आया. परिवार का कहना है कि उन्हें कपल का रिश्ता 2013-14 से पता था. अकबर के भाई आरिफ ने कहा, “सोनिका हमारे परिवार जैसी थी.” 2014 में अकबर की मां और 2019 में पिता की मृत्यु के दौरान सोनिका उनके साथ रही. दोनों परिवार, जो एक किलोमीटर की दूरी पर रहते थे, ईद और दिवाली साथ मनाते थे.
एफआईआर का दावा
इंदिरापुरम पुलिस की एफआईआर में अलग कहानी है. सोनिका के पिता ने आरोप लगाया कि 24 मई को अकबर और उसके भाई मकसद ने सोनिका को उसके सैलून से अगवा कर दुकान में बंद कर दिया. उन्होंने दावा किया कि अकबर के परिवार ने उन्हें रोका और शादी के लिए धमकाया. “मेरी बेटी डरी हुई है और दबाव में है,” चौहान ने पुलिस को बताया. इस विवाद ने जोड़े की प्रेम कहानी को अनिश्चितता में डाल दिया है.