नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ (Rashid Latif) का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में कप्तान बदलने का असर उसके ब्रांड पर नहीं पड़ेगा क्योंकि इस बदलाव से निपटने के लिए उसके पास पर्याप्त प्रतिभा के अलावा वित्तीय रूप से मजबूत पक्ष मौजूद है.
विराट अब नहीं रहे कप्तान
बीसीसीआई (BCCI) ने हाल में विराट कोहली (Virat Kohli) को वनडे इंटरनेशनल टीम के कप्तान के रूप में हटा दिया और बाद में इस स्टार बल्लेबाज ने टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ दी. वो पहले ही टी20 टीम की कप्तानी छोड़ चुके हैं. हाल के समय में जो विवाद हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट की खराब तस्वीर पेश की. हालांकि लतीफ ने कहा कि इसमें से किसी भी चीज का भारतीय क्रिकेट पर असर नहीं पड़ना चाहिए.
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पाक दिग्गज ने किया रिएक्ट
राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने ‘क्रिकेट बाज’ यूट्यूब चैनल से कहा, ‘आईपीएल में उनका मजबूत आधार है और अब भारतीय क्रिकेट वित्तीय रूप से काफी मजबूती से स्थापित हो चुका है इसलिए मुझे नहीं लगता कि हाल में जो हुआ उसका ब्रांड के रूप में भारतीय क्रिकेट पर कोई असर पड़ना चाहिए.’
रोहित शर्मा से उम्मीद
राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अब काफी कुछ इस पर निर्भर करेगा कि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टीम को कैसे चलाते हैं लेकिन उनका टीम की अगुआई करने का अपना तरीका है और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के साथ उन्होंने पहले ही काफी कुछ हासिल किया है. ये देखना होगा कि वह टेस्ट में कप्तानी को लेकर कितने प्रेरित होंगे. कोहली अपनी कप्तानी और टीम में ऊर्जा लेकर आते हैं.’
‘BCCI ने कर दी गलती’
राशिद लतीफ (Rashid Latif) को हालांकि लगता है कि बीसीसीआई (BCCI) ने कोहली को वनडे टीम के कप्तान के रूप में हटाकर गलती की. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि ये चीजों से गलत तरीके से निपटने का मामला है और अब पुरानी चीजों पर लौटने का भी कोई मतलब नहीं. इन चीजों से गुजरने के कारण अपने निजी तजुर्बा से मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में जब लंबे समय से कप्तानी कर रहा खिलाड़ी हटने का फैसला करता है या उसे हटाया जाता है तो यह कभी संभव नहीं है कि उसकी बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा नहीं हुई हो.’ 

‘ये भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं’
राशिद लतीफ (Rashid Latif) ने कहा, ‘जब मैंने 2004 में कप्तानी छोड़ी थी तो बोर्ड अध्यक्ष के साथ बातचीत के बाद ही ऐसा किया था. यही कारण है कि मैं कह रहा हूं कि बीसीसीआई ने इस मुद्दे से निपटने के तरीके में गलती की. यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है.’
 



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