बरेली में बुढ़ापे के इश्क का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. 67 वर्षीय सेवानिवृत्त फार्मासिस्ट ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया है कि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसे नशा देकर बेहोश किया, फिर हाथ-पांव बांधकर कमरे में बंद कर दिया. किसी तरह बाहर निकलने पर पड़ोसियों ने उसे मुक्त कराया. पुलिस ने अब इस अनोखे मामले की जांच शुरू कर दी है।
बरेली के थाना सुभाष नगर क्षेत्र की बीडीए कॉलोनी में रहने वाले 67 वर्षीय डॉ. विशाल चंद्र सक्सेना, जो स्वास्थ्य विभाग से चीफ फार्मासिस्ट के पद से रिटायर हुए हैं, ने अपनी पत्नी शिखा सक्सेना और उसके प्रेमी सौरभ सक्सेना पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. पीड़ित पति का कहना है कि कुछ महीने पहले उनके घर में बिजली का काम करने के लिए एक इलेक्ट्रिशियन सौरभ सक्सेना आया था. इसी दौरान पत्नी और सौरभ के बीच नजदीकियां बढ़ गईं. विशाल के मुताबिक, जब उन्होंने दोनों के संबंधों का विरोध किया, तो उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली गई.
पीड़ित डॉ. सक्सेना ने बताया कि 28 अक्टूबर की रात उनकी पत्नी ने दूध में नशे की गोलियां मिलाकर उन्हें पिला दीं. कुछ देर बाद जब वे बेहोश हो गए तो पत्नी ने सौरभ को घर बुला लिया. आरोप है कि दोनों ने मिलकर उनके हाथ-पांव बांध दिए और मकान के पिछले हिस्से में बंद कर दिया ताकि उनकी चीखें बाहर न जा सकें. डॉ. सक्सेना का कहना है कि इस दौरान सौरभ ने शराब पीकर वहीं सो गया. तभी उन्हें मौका मिला और वे किसी तरह बाहर निकल गए. उनकी आवाज सुनकर पड़ोसी राकेश कुमार और रेखा शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्हें बंधनमुक्त कराया।
पड़ोसी राकेश कुमार ने बताया कि रात करीब 11 बजे शोर सुनाई दिया तो वे बाहर निकले. देखा कि डॉ. साहब के हाथ-पांव बंधे हुए हैं और वे बड़ी मुश्किल से हिल पा रहे थे. वहीं पड़ोसी रेखा शर्मा ने कहा कि उन्होंने तुरंत बाकी लोगों को बुलाया और रस्सियां काटकर उन्हें मुक्त कराया।
घटना की सूचना पाकर थाना सुभाष नगर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर पत्नी शिखा सक्सेना और सौरभ सक्सेना के खिलाफ धारा 342 (ग़लत तरीके से बंधक बनाना) और धारा 328 (नशीला पदार्थ देने) समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी पत्नी मुकदमा दर्ज होने के बाद से घर छोड़कर फरार है. उसकी तलाश में पुलिस टीमें जुटी हैं. वहीं पीड़ित पति की सुरक्षा के मद्देनज़र उनके घर पर एक सिपाही को तैनात कर दिया गया है।
डॉ. विशाल चंद्र सक्सेना ने बताया कि वे अब भी डर के साए में जी रहे हैं. उन्होंने कहा, “मेरे लिए अब पुलिस ही एकमात्र सहारा है. पत्नी और उसके प्रेमी से मुझे जान का खतरा है.” उन्होंने यह भी कहा कि शादी को कई साल हो चुके हैं, लेकिन हाल के महीनों में पत्नी का व्यवहार पूरी तरह बदल गया था।
फिलहाल पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. सुभाष नगर थाने के प्रभारी ने बताया कि घटना की परिस्थितियों और पीड़ित के आरोपों की पुष्टि के लिए पड़ोसियों और परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही सच्चाई स्पष्ट हो पाएगी. बरेली में यह मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग इसे “बुढ़ापे के इश्क का खतरनाक अंजाम” बता रहे हैं।

