संजय यादव/बाराबंकी: बाराबंकी जिले में उत्तर प्रदेश ​विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति की बैठक सभापति विधान परिषद उमेश द्विवेदी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रट स्थित लोक सभागार में आयोजित हुई. आयोजित बैठक में समिति के सदस्य सुरेंद्र चौधरी, लाल बिहारी यादव, ई. अवनीश सिंह, तेज प्रताप सिंह ने जिले के सभी आलाधिकारियों से सरयू नदी में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की.अधिशासी अभियंता (बाढ़ खंड) शशिकांत सिंह ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए कटाव रोधी कार्य एवं जनपद में किए गए नवाचारों पर अपनी प्रस्तुति दी. समिति ने जनपद बाराबंकी में सिंचाई एवं जल संसाधन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराये गए कार्यों की सराहना की. दैवीय आपदा प्रबन्धन जांच समिति बैठक की अध्यक्षता सभापति श्री उमेश द्विवेदी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्भावित बाढ़ प्रभावित नदियों एवं गांवों का स्थलीय निरीक्षण समय से करते रहे जिससे बाढ़ के कारण किसी भी क्षेत्र में जनहानि न होने पाए. उन्होने कहा कि बाढ़ चौकियों पर राजस्व, चिकित्सा, पंचायत, पशु, पूर्ति आदि संबंधित विभाग के कर्मचारियों की रोस्टर के अनुसार डियुटी लगायी जाये और समय-समय पर गांववासियों को नदियों का जल स्तर बढ़ने की जानकारी देते रहे.तराई क्षेत्र में एनडीआरएफ की टीम तैनातसभापति उमेश द्विवेदी ने कहा कि बाराबंकी प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों से हमारी समिति पूरी तरह से संतुष्ट है. सरयू नदी की बाढ़ से हर साल सड़कें प्रभावित होती है उसके स्थाई समाधान के लिए करीब 80 किलो मीटर की सीसी रोड बनाने का प्रयास किया जा रही. बाढ़ प्रभावितों के रहने के लिए भी स्थाई समाधान निकला जा रहा है.उनका बहार सुरक्षित आवास की भी व्यवस्था की जा रही है, यहाँ प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है और तराई क्षेत्र में स्वास्थ्य की टीमें और एनडीआरएफ की टीम भी लगाई गई है. जिससे किसी भी खतरे से निपटा जा सके..FIRST PUBLISHED : July 21, 2023, 22:06 IST



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