हाइलाइट्सबांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के त्रिवेणी गांव 2 सप्ताह के अंदर 4 बच्चों की मौत गलाघोटू बीमारी से हुई. स्वास्थ्य विभाग तीन बच्चों की मौत होने की बात कह रहा है. ग्रामीणों ने आरोप है कि गलाघोटू की बीमारी से गांव में बच्चे लगातार प्रभावित हो रहे हैं.बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते 4 बच्चों की गला घोटू से मौत का मामला सामने आया है. बच्चों के गले में अचानक दर्द हुआ और उसके बाद परिजन बच्चों को आनन-फानन में लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां जिला अस्पताल के डाक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए हायर सेंटर इलाज के लिए रेफर कर दिया. इलाज के दौरान बच्चों की मौत हो गई है. बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार दो हफ्तों से जारी है, लेकिन बावजूद इसके ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते बच्चों की मौत हो रही है.
बता दें पूरा मामला बांदा जनपद के मटौंध थाना क्षेत्र के त्रिवेणी गांव से सामने आया है, जहां पर 2 सप्ताह के अंदर ग्रामीणों की मानें तो 4 बच्चों की मौत गलाघोटू बीमारी के चलते हो गई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग तीन बच्चों की मौत होने की बात कह रहा है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गलाघोटू की बीमारी से जब बच्चे ग्रसित हुए उसके बाद आनन-फानन में बांदा जिला अस्पताल में बच्चों को दिखाया गया. बच्चों की हालत गंभीर देख डाक्टरों ने इलाज के लिए हायर अथॉरिटी को भेज दिया है.
लापरवाह बना रहा स्वास्थ्य विभागजानकारी बांदा स्वास्थ्य विभाग को दी थी लेकिन जिला प्रशासन पूरे मामले में लापरवाह बना रहा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जब पहले बच्चे की मौत हुई है. उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में खानापूर्ति करते हुए एक डॉक्टर की टीम गांव भेजी थी, लेकिन वह टीम सिर्फ गांव के बाहर ही खड़ी रहती थी. कहीं कोई बच्चों की जांच पड़ताल नहीं की गई, जिससे अब तक चार बच्चों की मौत हो गई है. जिला स्वास्थ्य विभाग भी कह रहा है कि पहले बच्चे की मौत की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेज दी गई थी फिर सवाल उठता है उसके बाद भी बच्चो के मौत के आंकड़े ज्यादा कैसे होते जा रहे है.
गांव के बच्चों को लगाया जा रहा है टीका: एसीएमओ
बांदा जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते बच्चों की मौतें हो रही हैं. लगातार चार मौतों के परिवारजनों में और पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है. अब कई बच्चो की मौत के बाद आज जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव में नजर आ रहे अब सही उपचार शुरू हुआ है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी बांदा डॉ संजय कुमार ने बताया जैसे ही हमे जानकारी हुई. त्रिवेणी गांव में एक बच्चे की मौत गलाघोटू की बीमारी से हुई. उसके बाद मौके पर डॉक्टरों की टीम भेजी गई है. गांव के सभी बच्चों को टीका लगाया जा रहा है. स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. 3 बच्चो की मौत हुई है, लेकिन 2 बच्चों लक्षण पाए गए है. जिला अस्पताल में उपचार कराने के बाद एक मृत बच्चे के परिजन को मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया गया था, लेकिन उन्होंने प्राइवेट किसी जगह पर दिखाया है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Banda Medical Collage, Banda News, Child’s death, UP newsFIRST PUBLISHED : August 24, 2022, 23:39 IST
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Last Updated:November 05, 2025, 23:50 ISTAzamgarh latest news : मंडलीय चिकित्सालय में अब मरीजों को ओपीडी पर्ची बनवाने…

