जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि इस बार के दीक्षांत समारोह में कुल 19,560 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। बलिया में नारी सशक्तिकरण की धूम है और जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बसंतपुर बलिया में बेटियों का दबदबा है। बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं।
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया का सप्तम दीक्षांत समारोह 07 अक्टूबर 2025 को आयोजित होने जा रहा है, जो इस बार केवल शैक्षणिक उपलब्धियों और प्रेरणा का उत्सव ही नहीं बल्कि नारी शक्ति का सम्मान भी बन गया है। बलिया की बेटियों ने लहराया परचम। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि, “इस बार जिले में शिक्षा के आंकड़े बेहद प्रेरणादायक हैं”। इस बार के दीक्षांत समारोह में कुल 19,560 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी, जिनमें 15,878 छात्र-छात्राएं स्नातक (UG) और 3,682 स्नातकोत्तर (PG) की डिग्री प्राप्त करेंगे। UG में 60% लड़कियां और PG में 72% लड़कियां पास हुई हैं। कुल मिलाकर, विश्वविद्यालय से डिग्री पाने वाले छात्रों में 62% छात्राएं हैं, जबकि केवल 38% ही छात्र शामिल हैं। कहीं न कहीं यह दर्शाता है कि बलिया की बेटियां अब शिक्षा के हर स्तर पर सशक्त, जागरूक और अग्रणी बन चुकी हैं।
सबसे खास बात, “विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल (स्वर्ण पदक) प्रदान किए जाएंगे और यह सम्मान स्वयं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों दिया जाएगा”। इस बार कुल 44 गोल्ड मेडल वितरित किए जाएंगे, जिनमें से 35 छात्राएं और केवल 9 छात्र हैं। एक छात्रा को दो गोल्ड मेडल भी दिए जाएंगे, यानी बेटियों ने कुल गोल्ड मेडल का 80% हिस्सा अपने नाम किया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस समारोह को खास बनाने के लिए एक नई पहल की है… वे उन वस्तुओं को भी महत्व दे रहे हैं, जो आमतौर पर बेकार समझकर फेंक दी जाती हैं, ताकि पर्यावरण और इनोवेशन दोनों को बढ़ावा मिल सके। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का यह दीक्षांत समारोह शिक्षा, प्रेरणा और नारी सशक्तिकरण का संगम बनकर सामने आया है। बलिया की बेटियों ने न केवल जिले का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा भी दे दी है।