Last Updated:November 15, 2025, 20:04 ISTअक्सर लोग अपने पुराने खाते में कम पैसे होने की वजह से उसे भूल जाते हैं. कानपुर के बर्रा निवासी रिटायर सुनित सिंह ने भी ऐसा ही किया, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि 14 साल बात यही भूला हुआ अकाउंट उनके लिए खुशियां लेकर आएगा. आइए पूरा माजरा जानते हैं.खाते में आए 22 लाख रुपएकहते हैं कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. ये कहावत कानपुर निवासी एक शख्स के लिए बिल्कुल सही साबित हुई. अक्सर लोग अपने पुराने खाते में कम पैसे होने की वजह से उसे भूल जाते हैं. कानपुर के बर्रा निवासी रिटायर सुनित सिंह ने भी 14 साल पहले ऐसा ही किया, लेकिन 14 साल बाद जब उनके दरवाजे पर बैंक कर्मचारी आए और पूरा माजरा बताया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.
दरअसल वायुसेना से बाहर होने के बाद सुनित सिंह पर आर्थिक तंगी इतनी आ गई थी कि वह अपने 1600 रुपए बैंक बैलेंस वाले सैलरी अकाउंट तक को भूल गए थे. 14 साल बाद उस खाते का जिक्र तब हुआ, जब उनके दरवाजे पर बैंक अधिकारी पहुंचे और उन्हें बताया कि उनके भूले हुए बैंक खाते में 22 लाख रुपए हैं. अधिकारियों की बात सुन सुनित के होश उड़ गए.
कैसे आए बैंक में 22 लाख रुपए?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और एमएसएमई संस्थान के संयुक्त प्रयास से अलग-अलग बैंकों में लंबे समय से अटके निष्क्रिय खातों का समाधान निकालने के लिए एक विशेष शिविर लगाया गया. इसी शिविर में पूर्व वायु सैनिक सुनित सिंह का मामला सबसे अधिक चर्चा में रहा. एलडीएम आदित्य चंद्र ने बताया कि सुनित सिंह के बैंक खाते में जमा 22 लाख रुपये लगभग 14 साल बाद वापस मिले. उनकी ही तरह कई लोगों को अपने अधिकार की राशि मिली और यही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भी था.
1600 रुपए अकाउंट में भूल गए सुनित
वहीं बैंक खाता मालिक सुनित ने बताया कि वह गुवाहाटी के वायु सेना में सार्जेन्ट के पद पर तैनात थे. साल 2008 में वह नौकरी छोड़ना चाहते थे, लेकिन अन्य बड़े अधिकारियों ने ऐसा नहीं होने दिया. इसके बाद साल 2011 में उनकी नौकरी चली गई, जिसके बाद पेंशन सहित अन्य योजनाओं की रकम फंस गई. उन्होंने अपने खाते को गुवाहाटी से कैंट स्थित एक ब्रांच में ट्रांसफर करा लिया, लेकिन उसमें पड़े 1600 रुपए आर्थिक उलझनों के कारण निकालना भूल गए.
बैंक बैलेंस देख भावुक हुए सुनित
सुनित ने आगे बताया कि जब बैंक कर्मचारी उनके निवास स्थान पर पहुंचे और खाता अपडेट करवाने की बात कहकर अकाउंट में 22 लाख रुपए होने की बात बताई, तब उन्हें सच्चाई का पता चला. पहले तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ और अगले ही दिन वह खाता जांच के लिए पत्नी के साथ बैंक पहुंच गए. वहां पासबुक प्रिंट पर बैलेंस देखने के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उनके अकाउंट में कुल 22 लाख रुपए बैंक बैलेंस थे. सुनित भावुक हो गए और कहा कि ये बैलेंस उनकी मेहनत की कमाई है, जो उन्हें वापस मिल गया.आर्यन सेठआर्यन ने नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई की और एबीपी में काम किया. उसके बाद नेटवर्क 18 के Local 18 से जुड़ गए.आर्यन ने नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई की और एबीपी में काम किया. उसके बाद नेटवर्क 18 के Local 18 से जुड़ गए. न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Kanpur Nagar,Uttar PradeshFirst Published :November 15, 2025, 19:40 ISThomeuttar-pradeshबैंक कर्मचारी दरवाजे पर पहुंचे, बोले- 14 साल पुराना खाता है? उसमें 22 लाख…

