बादाम खाने का सही तरीका क्या है? जानें कब और किस समय खाना है अधिक फायदेमंद
बादाम न केवल स्वाद में बेहतरीन हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी माने जाते हैं। आयुर्वेद और आधुनिक पोषण विशेषज्ञों के अनुसार बादाम का सही तरीके से सेवन करने से हृदय, मस्तिष्क, त्वचा और पाचन तंत्र सभी को फायदा होता है। इसमें विटामिन ई, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम और अन्य मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
बादाम का सबसे अच्छा सेवन सुबह खाली पेट करना माना जाता है। रात भर पानी में भिगोए हुए बादाम सुबह खाने से शरीर उन्हें आसानी से पचा लेता है और पोषण का अधिकतम लाभ मिलता है। भिगोने से बादाम का बाहरी छिलका नरम हो जाता है और यह पाचन के लिए भी आसान हो जाता है। अगर कोई व्यक्ति बादाम को चबाकर खाए तो यह दांतों और मसूड़ों के लिए भी फायदेमंद होता है। वहीं, मिक्सी में पीसकर दूध या दही के साथ लेने से भी पोषक तत्वों का अधिकतम अवशोषण होता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना 5 से 7 बादाम पर्याप्त माने जाते हैं। अधिक मात्रा में सेवन करने से कैलोरी अधिक मिलती है और वजन बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, दिन के समय ज्यादा बादाम खाने से पाचन तंत्र पर भार पड़ सकता है। इसलिए सही मात्रा में बादाम का सेवन करना बहुत जरूरी है।
नियमित रूप से सही तरीके से बादाम खाने से हृदय स्वस्थ रहता है। इसमें मौजूद अच्छे फैट कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं और रक्त परिसंचरण सुधारते हैं। मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने में बादाम का सेवन कारगर माना जाता है, विशेषकर बच्चों और छात्रों के लिए। साथ ही, विटामिन ई और एंटीऑक्सिडेंट तत्व त्वचा की चमक बढ़ाते हैं और उम्र बढ़ने के प्रभाव को धीमा करते हैं। यह ब्लड शुगर नियंत्रित करने और ऊर्जा बनाए रखने में भी मदद करता है।
बादाम का सेवन न केवल स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए वरदान भी है। सही समय, सही मात्रा और भिगोकर या पीसकर खाने की विधि अपनाकर आप इसके पोषक तत्वों का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं। छोटे-से नियमों का पालन करके आप हृदय, मस्तिष्क, पाचन और त्वचा सभी के लिए स्वास्थ्य लाभ सुनिश्चित कर सकते हैं।
अगर इस विधि से बादाम को खाते हैं तो एक नहीं बल्कि अनेकों लाभ हैं। बादाम हृदय से लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने तक कारगर है। इसके सेवन करने से कई समस्याएं दूर होती हैं और बीमार होने की संभावना भी बेहद कम होता है।