India Basketball: भारतीय खेल जगत के लिए बुधवार (9 अप्रैल) का दिन अच्छा नहीं रहा. आईपीएल 2025 के बीच एक बुरी खबर आई है. इसने देश के खेल प्रेमियों का दिल तोड़ दिया है. अपने जमाने के दिग्गज बास्केटबॉल खिलाड़ी और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान हरि दत्त कापड़ी का निधन हो गया. वह 83 साल के थे और बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. कापड़ी के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं.
भारत के बेहतरीन कप्तान
हरि दत्त कापड़ी की कप्तानी में भारतीय बास्केटबॉल टीम ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया था. उनके नेतृत्व में ही भारतीय बास्केटबॉल टीम वर्ष 1969 में एशिया में सातवें से चौथे स्थान पर पहुंच गई थी. भारतीय बास्केटबॉल टीम ने 1965 से 1978 तक उनकी कप्तानी में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया.
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पिथौरागढ़ में हुआ था जन्म
गुरुवार को उनका रामेश्वर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. कापड़ी का जन्म वर्ष 1942 में पिथौरागढ़ जिले के मुवानी क्षेत्र के चिरियाखान गांव में हुआ था. उन्हें 1969 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. कापड़ी को उत्तराखंड सरकार ने लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया था.
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भारतीय बास्केटबॉल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित उत्तराखण्ड के गौरव श्री हरि दत्त कापड़ी जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है।
उनके समर्पण और खेल के प्रति निष्ठा ने उन्हें न केवल एक महान खिलाड़ी बनाया बल्कि वे असंख्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 9, 2025
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, भारतीय बास्केटबॉल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित उत्तराखण्ड के गौरव श्री हरि दत्त कापड़ी जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है. उनके समर्पण और खेल के प्रति निष्ठा ने उन्हें न केवल एक महान खिलाड़ी बनाया बल्कि वे असंख्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी बने. ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. विनम्र श्रद्धांजलि.” पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने कहा, ”वह बास्केटबॉल के असाधारण खिलाड़ी थे. उन्होंने खेल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के कारण भारतीय टीम को एशिया में चौथे स्थान पर लाकर देश को गौरवान्वित किया था.”
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